Jalandhar UCO Bank Loot का पर्दाफाश, बदमाश गुरप्रीत गोपी और उसके दो साथियों ने की थी लूटपाट
बदमाश अजय पाल का भाई गुरप्रीत गोपी 10 साल से भगोड़ा चल रहा था। उसी ने यूको बैंक लूटकांड की साजिश रची थी। गोपी ने विनय तिवारी और तरुण के साथ बैंक लूटा और फिर अजय पाल के घर में आकर रुके।

सुक्रांत, जालंधर। इंडस्ट्री एरिया के पास यूको बैंक में हुई लूट को पुलिस ने ट्रेस करते हुए कुख्यात बदमाश अजय पाल सिंह उर्फ निहंग को गिरफ्तार कर लिया। अजय पाल के भाई गुरप्रीत सिंह गोपी ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था। गोपी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर लूट की थी।
लूट की वारदात के बाद सारे आरोपित अजय पाल के पास आकर रुके थे। वहीं पर उन्होंने पैसों का बंटवारा किया था। पुलिस ने अजय पाल निहंग के घर से लूट की वारदात में इस्तेमाल की गई एक्टिवा और साढ़े सात लाख रुपये बरामद कर लिए। वहीं पुलिस को एक देसी कट्टा भी मिला है।
काला संघिया में कपड़े बदल वापस आए थे तीनों
गुरप्रीत गोपी कुख्यात बदमाश है और 10 साल से भगोड़ा चल रहा है। वही इस लूट का मास्टरमाइंड था। उसी ने सारी रेकी करके अपने साथ बस्ती शेख के विनय तिवारी और तरुण को मिलाया। बैंक लूटने के बाद सारे आरोपित काला संघिया की तरफ गए। वहां पर कपड़े बदले और फिर वापस जालंधर आ गए। जालंधर आकर वह सीधा अजय पाल के घर पर अपनी एक्टिवा छोड़ी और पिस्तौल छुपाया।
फिर, उसके पास बैठ कर सभी ने पैसों का बंटवारा किया और साढ़े सात लाख रुपये निहंग के घर पर रखे बाकी पैसे लेकर गोपी कहीं चला गया। पुलिस ने अजय पाल निहंग विनय तिवारी और तरुण को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि गुरप्रीत गोपी ने ही बैंक महिला कर्मी की चेन छीनी थी।
लुटपाट की कई वारदातों में शामिल था गोपी
कुख्यात बदमाश अजय पाल का भाई गुरप्रीत गोपी कई लूट की वारदातों में शामिल था। हाईवे पर कई बस लूट की वारदातों को उसने अंजाम दिया था। 10 साल पहले पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था लेकिन तब से वह फरार था, जिसके बाद पुलिस ने उसे भगोड़ा करार दे दिया था।
यह है मामला
बीते दिनों इंडस्ट्री एरिया के पास यूको बैंक में दिनदहाड़े लूट हुई थी। पुलिस को दिए बयान में कैशियर प्रेम कुमार ने बताया था कि वह बैंक में मौजूद था और लंच टाइम खत्म हुआ था। करीब तीन बजकर चार मिनट पर तीन युवक अंदर आए। इनमें से दो के हाथ में पिस्तौल थी। एक लुटेरे ने गन प्वाइंट पर मैनेजर एमएस मोती सहित तमाम अधिकारियों धमकाया। दूसरे लुटेरे के हाथ में तेजधार हथियार था। उसने सारे ग्राहकों को जमीन पर बिठा दिया।
तीसरे आरोपित, जिसके हाथ में पिस्तौल था, वह कैबिन के पास आया और मेज पर चढ़कर कैश काउंटर का शीशा तोड़ अंदर आ गया। उसने गन प्वाइंट पर लेकर सारा कैश लूट लिया। इसी बीच एक ग्राहक फोन करने लगा तो उससे मोबाइल छीन लिया।
जाते हुए एक लुटेरे ने असिस्टेंट बैंक मैनेजर परमिंदर कौर को गन प्वाइंट पर लेकर उनकी सोने की चेन छीन ली और साथ ही बैठी दिव्या नाम की महिला कर्मचारी की भी ज्वेलरी उतरवा ली। तीन बज कर आठ मिनट पर लुटेरे वहां से निकल गए। जाते-जाते लुटेरे सभी को स्ट्रांग रूम में बंद कर गए।
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