70 दिन तक खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने के बाद सुरजीत हॉकी कैंप संपन्न, हरेकुम व हिमाक्षी को मिला खास सम्मान
दो महीने से ज्यादा तक चले जालंधर के सुरजीत हॉकी प्रशिक्षण कैंप बुधवार को संपन्न हो गया। इसमें 14 और 19 वर्ष से कम आयु के 100 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इमें 35 लड़कियों ने ट्रेनिंग ली है। कैंप मात्र पांच खिलाड़ियों के साथ शुरू हुआ था।

जालंधर, जेएनएन। शहर में पिछले 70 दिन से लगातार युवा खिलाड़ियों को हाकी की बारिकियां सिखाने के बाद सुरजीत हॉकी कैंप बुधवार को संपन्न हो गया। इस मौके पर ओलंपियन सुरिंदर सिंह सोढ़ी, आईपीएस (सेवानिवृत्त) ने शिविर में भाग लेने वाले खिलाड़ी बच्चों के साथ हॉकी के अनुभव साझा किए। ओलंपियन सुरिंदर सिंह सोढ़ी अर्जुन पुरस्कार विजेता हैं। वह वर्ष 1980 के मास्को ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य रहे थे।
उन्होंने हॉकी के बारे में खिलाड़ियों से बात की और अपने खेल जीवन के अनुभव साझा किए। साथ ही उन्हें हॉकी के गुर भी बताए। उन्होंने कहा कि लंबे समय के बाद किसी कैंप में 14 और 19 वर्ष से कम आयु के 100 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया है। कैंप में 35 लड़कियों के हिस्सा लेने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पंजाब में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। पंजाब ने पहले भी कई बड़े हॉकी खिलाड़ी देश को दिए हैं। केवल इस तरह के शिविरों के माध्यम से अच्छी कोचिंग देकर इन बच्चों में छिपी हॉकी प्रतिभा निखारी जा सकती है।
जालंधर में सुरजीत हाकी ट्रेनिंग कैंप के आयोजक शिविर में हिस्सा लेने वाले उभरते खिलाड़ियों के साथ।
सुरजीत हॉकी कोचिंग कैंप के निदेशक सुरिंदर सिंह भापा, कोच दविंदर सिंह और सोसाइटी के सचिव इकबाल सिंह संधू ने जालंधर से 6वीं क्लास के खिलाड़ी हरकुम बीर सिंह और लड़कियों में अकाल एकेडमी, धनल कलां, जालंधर से 7वीं की हिमाक्षी को "वेल बिहेव्ड प्लेयर्स" घोषित किया। उन्हें ओलंपियन सुरेंद्र सिंह सोढ़ी ने सम्मानित किया।
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