Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जालंधर: कबाड़ के गोदाम में ब्लास्ट से एक की मौत, इलाके में दहशत

    Updated: Sun, 14 Dec 2025 11:25 PM (IST)

    जालंधर में कबाड़ के गोदाम में ब्लास्ट से एक व्यक्ति की मौत हो गई। धमाका इतना जोरदार था कि पास के स्कूल की दूसरी मंजिल के शीशे टूट गए। छुट्टी होने के क ...और पढ़ें

    Hero Image

    धमाके से घर की खिड़कियां का शीशा टूटा। फोटो जागऱण

    संवाद सहयोगी, जालंधर। संतोखपुरा की नींवी आबादी में रविवार सुबह करीब 10:55 बजे कबाड़ के गोदाम में ब्लास्ट होने से व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए। धमाके से व्यक्ति का सिर व दोनों हाथों की उंगलियां शरीर से अलग हो गईं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कंप्रेशर फटने से ब्लास्ट की आशंका जताई जा रही है। हादसे के बाद करीब डेढ़ घंटे बाद फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की, तब तक शव जमीन पर ही पड़ा रहा। लोग शव पर कपड़ा डालने की जगह वीडियो बनाते रहे और गोदाम के बाहर खड़े मृतक के पारिवारिक सदस्य शव को देख किस्मत को कोसते रहे।

    मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के जिला बलरामपुर के गांव सेखुइया निवासी शिव मंगल के रूप में हुई है। घायल संतोखपुरा के राजिंदर और राम कुमार चौहान का निजी अस्पताल में इलाज जारी है। तीनों रिश्ते में भाई थे। थाना आठ की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

    संतोखपुरा की नींवी आबादी में पिछले ढाई साल से जवाहर कबाड़ का गोदाम चला रहा था। गोदाम में पुराने फ्रिज, एसी व गीजर को खोलकर अलग किया जाता था। रोजाना की तरह रविवार सुबह गोदाम में तीन लोग थे। एक जगह पर शिव मंगल और कुछ दूरी पर राजिंदर व राम कुमार चौहान काम कर रहे थे। गोदाम मालिक जवाहर बाहर गया हुआ था।

    पुलिस की जांच में पता चला कि गोदाम में राजिंदर व राम कुमार चौहान फ्रिज का कंप्रेशर खोल रहे थे। शिव मंगल उन्हें सलाह देने के लिए पास आकर खड़ा हो गया। उसने कंप्रेशर को खाली समझ उस पर हथौड़ा मार दिया, लेकिन उसमें गैस भरी थी, जिस कारण ब्लास्ट होने से उसकी मौत हो गई।

    हालांकि इस बात की पुष्टि किसी पुलिस अधिकारी ने नहीं की। थाना आठ के प्रभारी साहिल चौधरी ने बताया कि फोरेंसिक टीम ही ब्लास्ट के कारणों का पता लगाएगी। एसीपी नार्थ संजय ने बताया कि उनकी टीम जांच में जुटी हुई है।

    ब्लास्ट से स्कूल की दूसरी मंजिल के शीशे टूटे

    धमाका इतना जोरदार था कि घटनास्थल से करीब 40 फीट दूर स्थित स्थित एसडी पब्लिक स्कूल में दूसरी मंजिल के शीशे तक टूट गए। गनीमत रही की छुट्टी होने के कारण स्कूल में बच्चे नहीं थे, वरना जानी नुकसार हो सकता था।

    पहले भी कबाड़ के गोदामों में हो चुका है ब्लास्ट, जा चुकी है जान

    यह पहला हादसा नहीं, जब कबाड़ के गोदाम में हादसे के दौरान किसी जान गई हो। इससे करीब पांच साल पहले मकसूदां के इलाके में कबाड़ के गोदाम में ब्लास्ट के दौरान आग लग गई थी और एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। एक साल पहले नाखा वाले बाग में रात करीब तीन बजे कबाड़ के गोदाम में आग लग गई थी।

    उस दौरान धमाका होने से पास के घरों में दरारें तक आ गई थीं। संतोखपुरा में हादसे के बाद घटनास्थल पर मौजूद लोगों कहा कि रिहायशी इलाके में इस तरह के गोदाम खोलने के लिए अधिकारियों की मंजूरी लेनी चाहिए। कई लोगों ने कहा कि शहर के हर इलाके में कबाड़ के गोदाम हैं, जहां अवैध कारोबार भी चलता है।

    किस्मत ने दिया साथ, खुद बच गया, लेकिन दोस्त को नहीं बचा पाया

    घायल राजिंदर के चचेरे भाई गमोदर ने बताया कि वह सुबह 10 बजे गोदाम में गया था। ब्लास्ट से पहले शिव मंगल, राजिंदर और राम कुमार बातें कर रहे थे। उसने बताया कि सुबह से उसका सिर दर्द हो रहा था। वह करीब 10:30 बजे गोदाम से दवाई लेने के लिए निकला था।

    गोदाम से निकलते समय शिव मंगल उससे परिवार के बारे में बातें कर रहा था। वह डाक्टर से दवाई लेकर गोदाम की ओर जा रहा था कि उसे फोन आया कि गोदाम में ब्लास्ट होने से शिव मंगल की मौत हो गई है।

    उसने कहा कि किस्मत ने साथ दिया और वह बच गया, लेकिन वह दोस्त शिव मंगल को नहीं बचा पाया। यह कहते हुए उसकी आंखों में आंसू आ गए।