Jalandhar News: बस अड्डा के पास बना रेड लाइट एरिया, रात आठ से दो बजे तक सजता है 'बाजार'
नशा तस्करी पेटी क्राइम व हत्या जैसी वारदात होती रहती हैं अब देह व्यापार भी बढ़ने लगा है। जालंधर के बस अड्डा के पास रेड लाइट एरिया बनना शुरू हो गया है। रात आठ से दो बजे तक करीब आधे किलोमीटर के एरिया में देह व्यापार बाजार सजा रहता है।

सुक्रांत/राजन, जालंधर: शहर में नशा तस्करी, पेटी क्राइम व हत्या जैसी वारदात होती रहती हैं, लेकिन अब देह व्यापार भी बढ़ने लगा है। जालंधर के बस अड्डा के पास रेड लाइट एरिया बनना शुरू हो गया है। रात आठ से दो बजे तक करीब आधे किलोमीटर के एरिया में देह व्यापार का बाजार सजा रहता है। बस स्टैंड चौकी से कुछ दूरी पर ही ग्राहकों की तलाश में महिलाएं घूमते हुए दिख जाती हैं। अब यहां ग्राहकों की संख्या भी बढ़ने लगी है।
एक नहीं बल्कि दर्जनों महिलाएं इस धंधे में लिप्त दिखीं
हालांकि पुलिस का दावा है कि शहर में ऐसा कुछ नहीं है, लेकिन दैनिक जागरण के स्टिंग आपरेशन में सब कैद हो गया है। वहां पर एक नहीं बल्कि दर्जनों महिलाएं इस धंधे में लिप्त दिखीं। इस रोड पर स्थित कुछ होटल वाले भी इस धंधे से मोटी कमाई कर रहे हैं। ग्राहकों को प्रलोभन देने वाली युवतियां और महिलाएं उनको सुरक्षित जगह उपलब्ध करवाने की बात भी कहती हैं। स्टिंग आपरेशन के दौरान ग्राहक बन कर गए एक युवक ने वहां पर मौजूद युवतियों से बात की तो न सिर्फ रेट तय हुआ, बल्कि सुरक्षित जगह भी उपलब्ध करवाने का दावा हुआ।
कुछ पैसे होटल वाला लेता है तो उनको पैसे कम करने से नुकसान होगा
एक महिला ने दाम की बात पर यह तक कह डाला कि कुछ पैसे होटल वाला लेता है तो उनको पैसे कम करने से नुकसान होगा। पुलिस की मिलीभगत से चल रहा है धंधास्टिंग आपरेशन के दौरान धंधे की ऐसी पोल खुली कि होटल वाले व पुलिस वाले सभी बेनकाब हो गए। ग्राहक बनकर गए युवक को युवतियां पुलिस के डर को खत्म करने की बात कर बिना झिझक सुरक्षित जगह देने की बात करती हैं।
इससे यह साफ हो गया कि इसमें कुछ पुलिस वालों की भी मिलीभगत है। देह व्यापार का यह धंधा सिर्फ बस स्टैंड के पास ही नहीं बल्कि शहर के कई और इलाकों में भी चलता है। कई होटलों के तो कर्मचारी भी इस धंधे में शामिल हैं। स्टिंग आपरेशन के दौरान एक युवती ने बस स्टैंड के पास होटल में कमरा दिलाने की बात की तो दूसरी ने शास्त्री मार्केट के पास होटल दिलाने की बात की।
कमजोर कहें या बेबस कानून, भगाने के अलावा नहीं होती कोई कार्रवाई
इससे जुड़े लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई न होने से वो बेखौफ हो गए हैं। इसे कमजोर कानून कहें या बेबस कानून, इस काम में जुड़े लोगों को देख कर पुलिस उनको भगाने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं करती। कानून के मुताबिक बालिग युवती अपनी मर्जी की मालिक होती है और पुलिस उनको पकड़ती है तो उन पर अपराध साबित करना आसान नहीं होता।
यदि कोई जगह इस काम के लिए इस्तेमाल होती है तो उसके मालिक के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है, लेकिन उसे भी कानून के मुताबिक साबित करना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर होता है। बस स्टैंड के पास यह धंधा होने की बात जब बस स्टैंड चौकी के प्रभारी से की गई तो उनका कहना था कि यदि उनके एरिया में ऐसा काम होता है तो वह ऐसे लोगों को खदेड़ देंगे।
कानून अपना काम करता है। यदि शहर में ऐसा कुछ हो रहा है तो इसकी पूरी जांच करवाई जाएगी। जहां पर भी यह काम हो रहा है, करवाने वालों को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी। इसमें अगर पुलिस वालों की मिलीभगत सामने आती है तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। डीसीपी अंकुर गुप्ता
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।