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    'डॉक्टर की कोठी में ऐसा काम....', लड़की लाने के बदले साहब देते थे 20 हजार; छापामारी के दौरान पुलिस के भी उड़ गए होश

    जालंधर पुलिस ने अर्बन एस्टेट में एक कोठी पर छापा मारकर फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया। वहां से भारी मात्रा में शराब फर्जी मुहरें और विश्वविद्यालयों की डिग्रियां बरामद हुईं। एक महिला की शिकायत पर कार्रवाई हुई जिसने डॉक्टर पुष्कर गोयल पर महिलाओं को नौकरी का झांसा देकर शोषण करने का आरोप लगाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    By sukrant safari Edited By: Anku Chahar Updated: Thu, 21 Aug 2025 09:02 PM (IST)
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    जालंधर में फर्जी डिग्री और अय्याशी का अड्डा बेनकाब (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, जालंधर। थाना 7 की पुलिस ने अर्बन एस्टेट फेस-1 स्थित कोठी नंबर 1023 पर छापेमारी कर एक बड़े फर्जीवाड़े और आपत्तिजनक गतिविधियों का पर्दाफाश किया है। पुलिस को यहां से बड़ी मात्रा में शराब, फर्जी मुहरें और दस्तावेज मिले हैं।

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    छापेमारी के दौरान पुलिस को कई यूनिवर्सिटियों की फर्जी डिग्रियां मिलीं, जिन्हें लाखों रुपये लेकर विदेश भेजने की चाह रखने वाले युवाओं को बेचा जाता था।

    इस पूरी कार्रवाई की शुरुआत उस समय हुई जब एक महिला ने डाक्टर पुष्कर गोयल के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी।

    महिलाओं को देते थे शादी और नौकरी का झांसा

    महिला ने बताया कि इस कोठी में महिलाओं को शादी और नौकरी के बहाने बुलाया जाता है। वहां पहुंचने पर उन्हें 50-50 हजार की नौकरी का झांसा दिया जाता, लेकिन बाद में शराब पिलाकर मानसिक और शारीरिक तौर पर परेशान किया जाता था।

    महिला का आरोप था कि यहां काम करने वाले डॉक्टर गोयल का साथ देते हैं। इन लोगों को हर लड़की को लाने के बदले 20 हजार रुपये तक दिए जाते थे।

    पीड़िता ने कहा कि वह मात्र दो महीने पहले इस दफ्तर में काम पर लगी थी, लेकिन दस दिन में ही उसे असलियत का पता चल गया। बावजूद इसके उसकी सैलरी रोक ली गई, जिस कारण वह मजबूरी में चुप रही।

    महिलाओं के साथ शोषण और फर्जीवाड़े का जाल :

    महिला ने यह भी बताया कि यहां नौकरी पर रखी गई महिलाओं को देर रात तक दफ्तर में रहने को कहा जाता था और उनकी लाइव लोकेशन तक ली जाती थी।

    उन्हें शराब पिलाकर गलत काम करने के लिए दबाव बनाया जाता था। दफ्तर में अक्सर पार्टियां होती थीं, जिनमें शराब और सिगरेट का इस्तेमाल आम बात थी। पीड़िता ने पुलिस को इन पार्टियों के वीडियो सबूत भी मुहैया कराए हैं।

    कोठी में बनती थी फर्जी डिग्री

    इसके अलावा इस कोठी से फर्जी डिग्रियां बनाई जाती थीं, जिन्हें 2.5 से 3 लाख रुपये में बेचा जाता था। इन डिग्रियों के आधार पर युवाओं को विदेश भेजने का काम किया जाता था। यहां मेडिकल डिपार्टमेंट के नाम पर बोर्ड लगाए जाते थे, जो महज दिखावा था।

    एंटी करप्शन फाउंडेशन इंडिया भी पहुंचा मौके पर

    एंटी करप्शन फाउंडेशन इंडिया के इंचार्ज राजेश वर्मा ने भी इस मामले की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि महिला की शिकायत और सबूतों के आधार पर जब वह मौके पर पहुंचे तो दफ्तर से बड़ी मात्रा में फर्जी डिग्रियां, स्टैंप, शराब की पेटियां और आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई।

    उनका कहना था कि दफ्तर को अय्याशी का अड्डा बना दिया गया था। राजेश वर्मा ने बताया कि उन्हें इस पूरे मामले की जानकारी दो दिन पहले ही मिली थी।

    पुलिस ने आरोपित डाक्टर को किया राउंडअप

    थाना-7 के एसएचओ बलजिंदर सिंह ने मीडिया को बताया कि उन्हें महिला ने शिकायत दी थी, जिसके बाद रेड की गई। छापेमारी में पुलिस ने 16 शराब की बोतलें, कई स्टैंप और संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि डाक्टर पुष्कर गोयल युवाओं को विदेश भेजने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करता था।

    हालांकि महिलाओं के साथ गलत हरकत किए जाने के आरोपों पर पुलिस ने अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। पुलिस का कहना है कि इस संबंध में जांच जारी है और पीड़िताओं के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।