जालंधर में पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया बोले- मुख्य सचिव और डीजीपी को बुलाना राज्यपाल का संवैधानिक अधिकार
जालंधर में पूर्व मंत्री व पूर्व अध्यक्ष भाजपा पंजाब मनोरंजन कालिया ने कहा कि इसे लेकर मुख्य सचिव और डजीपी को बुलाकर स्पष्टीकरण लेने का राज्यपाल वीपी बदनोर का सैंविधानिक अधिकार हैI इसे कोई भी चुनौती नहीं दे सकता है।

जालंधर, जेएनएन। पूर्व मंत्री व पूर्व अध्यक्ष भाजपा पंजाब मनोरंजन कालिया ने रविवार को कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है। उन्होंने कहा कि इसे लेकर मुख्य सचिव और डजीपी को बुलाकर स्पष्टीकरण लेने का राज्यपाल वीपी बदनोर का सैंविधानिक अधिकार हैI इसे कोई भी चुनौती नहीं दे सकता है।
उन्होंने कहा कि अफसर सरकार के होते हैं और मुख्यमंत्री चुनी हुई सरकार का मुखिया होता है और सरकार राज्यपाल के नाम से कार्य करती हैI विधानसभा सत्र के शुरुआत में राज्यपाल सरकार की प्राप्तियां 'मेरी सरकार' कह कर गिनाता हैI मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का 'मेरे अफसर' कहना सरासर गलत हैI
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उल्लेखनीय है कि शनिवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर की ओर से पंजाब के मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब करने पर आपत्ति जताई थी। कैप्टन ने कहा था कि "मेरे अफसरों को बुलाने के बजाय राज्यपाल को मुझको बुलाना चाहिए था'I
तथ्य देखकर टिप्पणी करें कैप्टन
मनोरंजन कालिया ने कहा, किसानों के संघर्ष के दौरान हुई मौतों पर उन्होंने भी शोक वयक्त किया थाI इसकी वीडियो क्लिपिंग जनता के मौजूद है। ऐसे में मुख्यमंत्री का यह कहना कि किसी भी भजापा नेता ने किसानों की मृत्युओं पर शोक नहीं व्यक्त किया, सरसर गलत है। कालिया ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को सलाह दी है कि उन्हें पहले तथ्यों कि पूरी जानकारी लेनी चाहिए और बाद में किसी बात पर टिप्पणी करनी चाहिए I

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