नहीं चौड़ा हो सकता है जालंधर का लम्मा पिंड व पठानकोट चौक फ्लाईओवर, एनएचएआइ ने बताई ये वजह
जालंधर के फोरलेन लम्मा पिंड और पठानकोट चौक फ्लाईओवर का चौड़ीकरण फिलहाल संभव नहीं दिखाई दे रहा है। दोनों ही फ्लाईओवर देश के व्यस्ततम हाईवे में शुमार दिल्ली-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के ऊपर स्थित हैं और 24 घंटे भारी यातायात से घिरे रहते हैं।
मनुपाल शर्मा, जालंधर। जालंधर में 291.9 किलोमीटर लंबे जालंधर-पानीपत सिक्स लेन हाईवे पर दुर्घटनाओं एवं ट्रैफिक जाम की वजह बन रहे जालंधर के फोरलेन लम्मा पिंड और पठानकोट चौक फ्लाईओवर का चौड़ीकरण फिलहाल संभव नहीं दिखाई दे रहा है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने इसकी मुख्य वजह उपरोक्त फ्लाईओवर्स के चौड़ीकरण के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध न होना बताया है। दोनों ही फ्लाईओवर देश के व्यस्ततम हाईवे में शुमार दिल्ली-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के ऊपर स्थित हैं और 24 घंटे भारी यातायात से घिरे रहते हैं।
अमृतसर और जम्मू कश्मीर का निकलता है यातायात
लम्मा पिंड चौक फ्लाईओवर के ऊपर से अमृतसर एवं जम्मू कश्मीर की तरफ जाने वाला ट्रैफिक गुजरता है जबकि पठानकोट चौक फ्लाईओवर के ऊपर से अमृतसर की तरफ जाने वाला ट्रैफिक निकलता है। इस वजह से दोनों ही फ्लाईओवर के ऊपर हर समय भारी भरकम ट्रक को बसों और छोटे वाहनों का आवागमन जारी रहता है।
फ्लाईओवर्स के ऊपर कई बार हो चुके हैं हादसे
सिक्स लेन हाईवे के ऊपर तीव्र गति से आता हुआ ट्रैफिक जब फोरलेन फ्लाईओवर्स के ऊपर चढ़ता है तो कई बार वाहन आपस में ही टकरा जाते हैं। बीते 10 वर्ष की अवधि में इन दोनों ही फ्लाईओवर्स के ऊपर कई हादसे हो चुके हैं। अधिकतर दो पहिया वाहन चालक ही इन दुर्घटनाओं का शिकार बने हैं। बावजूद इसके समस्या का हल नहीं हो पाया है।
सर्विस लेन पर भी लगा रहता है भारी ट्रैफिक जाम
दोनों ही फ्लाईओवर के आसपास बनाई गई सर्विस लेन भी हर समय ट्रैफिक से घिरी हुई नजर आती हैं। लम्मा पिंड चौक फ्लाईओवर के नीचे से दाएं तरफ होशियारपुर की तरफ और बाई तरफ शहर के भीतर ट्रैफिक मुड़ता है। इसी तरह से पठानकोट चौक फ्लाईओवर के नीचे से दाईं तरफ जम्मू कश्मीर की तरफ ट्रैफिक मुड़ता है और बाई तरफ प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री देवी तालाब मंदिर को रास्ता जाता है।
सिक्स लेन हाईवे प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी खामी
जालंधर पानीपत सिक्स लाइन हाईवे वर्ष 2009 में शुरू किया गया था और इसे 2011 में कंप्लीट किया जाना था। 10 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी इस हाईवे के ऊपर राहगीरों के लिए दुश्वारियां खत्म नहीं की जा सकी हैं। सिक्स लेन हाईवे के ऊपर पुराने बने फ्लाईओवर एवं नदियों पर बने फोरलेन पुल सिक्स लेन में तब्दील ही नहीं किए गए। यह प्रोजेक्ट के डिजाइन की सबसे बड़ी खामी रही।
जंक्शन सुधार का काम किया जाएगा: पीडी
एनएचएआई अंबाला के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि दोनों फ्लाईओवर्स के चौड़ीकरण के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध नहीं है। एनएचएआई की योजना है कि दोनों फ्लाईओवर्स एवं सर्विस लेन के ऊपर ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए जंक्शन सुधार का काम किया जाएगा। ताकि ट्रैफिक सुचारू रूप से चलता रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।