राजस्थान में महिला डाक्टर की आत्महत्या के विरोध में जालंधर में भी हड़ताल, आईएमए डाक्टरों ने कामकाज रखा ठप
राजस्थान में महिला डा. अर्चना की ओर से आत्महत्या करने के बाद देशभर के डाक्टरों में रोष हैं। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर जालंधर में ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जालंधर। राजस्थान के दौसा इलाके में महिला रोग माहिर डा. अर्चना शर्मा की ओर से आत्महत्या करने के बाद देश भर में डाक्टरों में रोष है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करवाने की मांग को लेकर शनिवार को देश भर के आईएमए से जुड़े डाक्टर कामकाज ठप कर रोष प्रदर्शन शुरू किया। जिले में भी निजी अस्पतालों में कामकाज ठप रहा। आईएमए जालंधर इकाई के प्रधान डा. अलोक ललवानी ने बताया कि आईएमए सेंट्रल की ओर से जारी हिदायतों के अनुसार शनिवार को सुबह 8 से शाम 6 बजे तक डाक्टर ओपीडी व रुटिन कार्यों को ठप रखा जा रहा है। केवल इमरजेंसी मरीजों को ही सुविधाएं दी जा रही है। सुबह आईएमए हाउस में डाक्टर बैठक के बाद अगली रणनीति तय की जाएगी। इसके अलावा जिले में डाक्टर विधायकों तथा सांसदों से मिलकर उन्हें ज्ञापन देंगे और डा. अर्चना के लिए इंसाफ मांगेंगे। जिले में 1400 के करीब आईएमए के सदस्य है। उन्होंने डाक्टरों को पूर्ण सहयोग करने की मांग की है।
आईएमए सचिव डा. आरएस बल ने कहा कि सभी डाक्टरों को आईएमए की ओर से रोष व्यक्त करने के लिए पोस्टर का मैटर भेजा गया है। अस्पतालों के बाद ओपीडी बंद करने के लिए सूचना लगाने की हिदायतें जारी की गई है। इसके अलावा आईएमए की ओर से हड़ताल के दौरान निजी अस्पतालों की जांच के लिए विशेष टीमें गठित की घई है जो मौके का जायजा लेगी। जो डाक्टर नियमों की पालना नही करेंगे उनका मुद्दा बैठक में रखा जाएगा।
वहीं सिविल अस्पताल के एमएस डा. कमलपाल सिद्धू ने बताया कि इस हड़ताल को लेकर सरकार की ओर से कोई हिदायतें नही आई है। अस्पताल में ओपीडी और सभी कार्य रुटीन की तरह काम चल रहा है। सिविल सर्जन डा. रंजीत सिंह ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में रुटिन की तरह ही लोगों को सेहत सुविधाएं दी जा रही है।

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