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    बीबियां दी हट्टी पर मिलेंगे सेल्फ हेल्प ग्रुप के बनाए बिस्कुट, थैले और अगरबत्ती

    सेल्फ हेल्प ग्रुप के उत्पाद बेचने के लिए नगर निगम ने बीबियां दी हट्टी खोली है।

    By JagranEdited By: Updated: Sun, 14 Jul 2019 06:32 AM (IST)
    बीबियां दी हट्टी पर मिलेंगे सेल्फ हेल्प ग्रुप के बनाए बिस्कुट, थैले और अगरबत्ती

    जागरण संवाददाता, जालंधर: केंद्र सरकार की योजना नेशनल अर्बन लाइवलीहुड मिशन के तहत महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए बनाए गए सेल्फ हेल्प ग्रुप के उत्पाद बेचने के लिए नगर निगम ने बीबियां दी हट्टी खोली है। यह दुकान नगर निगम प्रशासकीय कांप्लेक्स के बेसमेंट में खोली गई है। दुकान पर बिस्कुट, पाव, नमकीन, थैले, अगरबत्ती, मोमबत्ती, फिनाइल समेत कई प्रोडक्ट हैं।

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    मेयर जगदीश राजा, कमिश्नर दीपर्वा लाकड़ा, ज्वाइंट कमिश्नर हरचरण सिंह ने शुक्रवार को बीबियां दी हट्टी का उद्घाटन किया। इस मिशन के तहत नगर निगम 7 से 10 महिलाओं के हेल्प ग्रुप बना रहा है। इस ग्रुप में से एक प्रधान, एक उपप्रधान और एक कैशियर चुना जाता है। यह ग्रुप बैंक में ज्वाइंट अकाउंट खोलता है और हर महीने के एक मेंबर 100 रुपये जमा करवाता है। जब बैंक में तीन हजार रुपये हो जाते हैं तो नगर निगम योजना के सरकारी फंड से 10 हजार रुपये अकाउंट में जमा करवाता है। सेल्फ हेल्प ग्रुप को यह रुपये वापस नहीं करने होते और इसे कारोबार में लगाना होता है।

    मार्केट में बेचे जाते हैं प्रोडक्ट

    सेल्फ हेल्प ग्रुप इस फंड से छोटे-छोटे काम शुरू करता है, जो प्रोडक्ट बनाए जाते हैं वह मार्केट में बेचे जाते हैं। इन्हीं प्रोडक्ट्स को बेचने के लिए दुकान खोली गई है। ज्वाइंट कमिश्नर हरचरण सिंह ने कहा कि इस योजना से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिल रही है। घरों में तैयार किए जा रहे प्रोडक्ट क्वालिटी में बढि़या हैं और रेट में सस्ते हैं। अब तक 936 ग्रुप बनाए, नौ हजार महिलाओं को मिला काम

    नेशनल अर्बन लाइवलीहुड मिशन के तहत नगर निगम साल 2014 से अब तक 936 ग्रुप बना चुका है। इसके मुताबिक करीब नौ हजार महिलाओं को काम मिला है। यह सेल्फ हेल्प ग्रुप छोटे-छोटे प्रोडक्ट बना रहा है। इन्हें मार्केट में बेचा जा रहा है। निगम ने अब इन्हें एक ठिकाना भी दिया है। ज्वाइंट कमिश्नर हरचरण सिंह और असिस्टेंट प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. निर्मलजीत कौर ने बताया कि प्रोडक्ट बनाने के लिए चंडीगढ़ से रिसोर्स आर्गनाइजेशन की टीम ट्रेनिग देने आती है। कई महिला ग्रुप कपड़ों की सिलाई, इंबरायडरी, ब्यूटी पार्लर का काम भी कर रही है। उन्होंने कहा कि बीबियां दी हट्टी पर कोई भी सेल्फ ग्रुप आकर अपना सामान बेच सकता है।