जालंधर में धरने पर बैठे सेहत कर्मियों की चेतावनी, आज वेतन ना मिला तो कल सिविल सर्जन के मुख्य गेट पर लगेगा ताला
जालंधर में वेतन ना मिलने के कारण सेहत कर्मियों का संघर्ष जारी है। बुधवार दोपहर तक सेहत विभाग ने अभी वेतन जारी करने के लिए को फैसला नहीं सुनाया है। उन्होंने बुधवार शाम तक वेतन जारी ना होने पर वीरवार व शुक्रवार तक सामूहिक छुट्टी का फैसला किया है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। सिविल सर्जन कार्यालय में तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों को पिछले माह का वेतन न मिलने से संघर्ष जारी है। बुधवार दोपहर तक सेहत विभाग ने अभी वेतन जारी करने के लिए कोई फैसला नहीं सुनाया है। कर्मचारियों ने वेतन जारी न होने पर वीरवार और शुक्रवार को सामूहिक छुट्टी लेकर सिविल सर्जन सर्जन आफिस को ताला लगा कर डीसी आफिस में धरना लगाने की चेतावनी दी है।
प्रधान दिनेश कुमार, सुभाष मट्टू तथा अवतार सिंह ने चेतावनी दी है अगर बुधवार शाम तक उन्हें वेतन न मिला तो वीरवार तथा शुक्रवार को स्टाफ के सदस्य सामूहिक छुट्टी पर रहेंगे। इस दौरान सिविल सर्जन को ताला लगा दिया जाएगा और डीसी आफिस में रोष प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
नकोदर में रहने वाले एक डाक्टर को हाईकोर्ट के आदेशों के बाद करीब 86.43 लाख रुपये की अदायगी के बाद सेहत विभाग ने मुलाजिमों के वेतन पर रोक लगाने के बाद कर्मचारी पिछले 15 दिन से रोष प्रदर्शन कर रहे है। नकोदर में रहने वाले डाक्टर ने सेहत विभाग से ड्यूटी पर गैरहाजिर रहने के मामले में केस जीतने बाद करीब दो साल पहले पैसों की अदायगी का केस भी जीता था।
इस मामले में अदालत ने सिविल सर्जन आफिस की नीलामी के आदेश जारी किए थे। मामले को गंभीरता से लेकर उक्त डाक्टर को करीब 86.43 लाख रुपये की अदायगी करने के बाद विभाग के सचिव ने उक्त में विभाग की ओर से पैरवी करने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व स्टाफ के सदस्यों के नाम मांगे थे।