जालंधर के चर्च में कैंसर पीड़ित 4 वर्षीय बच्ची की मौत, 8 माह से प्रार्थना के जरिए किया जा रहा था इलाज; विज्ञापन देख दिल्ली से आए थे स्वजन
जालंधर में लांबड़ी की चर्च में चार साल की बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। दिल्ली से स्वजन कैंसर पीड़ित बच्ची को विज्ञापन देखकर इलाज के लिए जालंधर लाए थे। चर्च ने विश्वास दिलाया था कि प्रार्थना से बच्ची को ठीक कर दिया जाएगा।

जागरण संवाददाता, जालंधर : जालंधर के लांबड़ा में स्थित ताजपुर की चर्च में दिल्ली से चार साल की कैंसर पीड़ित बच्ची को विज्ञापन देखकर उसका इलाज करवाने आए स्वजनों ने खूब हंगामा किया। उन्होंने कहा कि उन्हें चर्च में विश्वास दिलाया गया था कि उनकी बच्ची को विशेष प्रार्थना से ठीक कर दिया जाएगा। आठ महीने से वे बच्ची को जब-जब चर्च वाले बुलाते लेकर आते रहे। इस दौरान उनसे चर्च के पादरी ने 65 हजार रुपये भी ऐंठ लिए और आखिर रविवार को प्रार्थना के दौरान ही उनकी बच्ची की मौत हो गई।
दिल्ली के नांगलोई इलाके में रहने वाले चंदन मोहन व उनकी पत्नी पिंकी ने बताया कि उनकी बच्ची तनीषा को ब्रेन कैंसर था। वह बच्ची का इलाज दिल्ली के एम्स में करवा रहे थे। वहां के डाक्टरों ने जवाब दे दिया था।
चंदन ने बताया कि वे अपनी बच्ची को बचाने के लिए दर-दर घूम रहे थे। इसी बीच उन्होंने जालंधर की चर्च में प्रार्थना के जरिए गंभीर बीमारियों का इलाज होने का विज्ञापन देखा। विज्ञापन में यह कहा गया था कि मरे हुए बच्चे भी ठीक किए जाते हैं। विज्ञापन देख कर वो चर्च में पहुंचे। चर्च के पादरी ने उनसे पहले प्रार्थना के लिए 15 हजार रुपये मांगे। उन्होंने पैसे दे दिए और प्रार्थना करवाई लेकिन बच्ची की सेहत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद फिर पादरी ने खास प्रार्थना करने की बात कही और पचास हजार रुपये मांगे। उन्होंने आरोप लगाया कि पचास हजार रुपये भी दे दिए लेकिन प्रार्थना के बावजूद उनकी बच्ची की मौत हो गई। इसके बाद पादरी ने उनसे बात भी नहीं की और उनको धक्के देकर बाहर निकाल दिया।
ईसाई घर्मगुरुओं ने भी कहा था कुछ फर्जी पादरी मतांतरण के लिए अंध विश्वास फैला रहे
घटना से चार दिन पहले ही श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह व तख्त श्री केशगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के साथ ईसाई समुदाय के प्रतिनिधियों की बैठक हुई थी। इस बैठक में ईसाई धर्मगुरुओं ने कहा था कि कुछ फर्जी पादरी अंधविश्वास फैला कर मतांतरण करवाने का काम कर रहे हैं। बैठक में क्रिश्चियन महासभा पंजाब कैथोलिक चर्च आफ इंडिया व चर्च आफ नार्थ इंडिया के सात चर्चों का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल शामिल था। मौके पर जालंधर डायोसिस के बिशप एंजेलिनो राफिनो ग्रेशियस व अमृतसर डायोसिस के बिशप डा. प्रदीप कुमार सामंतराय ने कहा था कि अंध विश्वास फैलाने वाले फर्जी पादरियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मौके पर तय किया गया था कि सिख समाज की तरफ से सहयोग किया जाएगा और संयुक्त समन्वय समिति का गठन किया जाएगा।
पादरियों को निशाना न बनाए सरकार : पास्टर अंकुर
लांबड़ा के चर्च में रविवार को आयोजित एक समारोह में पास्टर अंकुर नरुला ने सरकार व प्रशासन को चेतावनी दी है कि पादरियों पर झूठे केस न बनाए जाएं। झूठे केस करने वाले भी सावधान रहें और पादरियों को बिना वजह निशाना न बनाया जाए। उन्होंने कहा कि किसी को भी पैसे देकर मतांतरण के लिए मजबूर नहीं किया जाता है और न ही कभी किसी का जबरन मतांतरण करवाया जाता है। विदेशों में बैठे उनके अनुयायी झूठे आरोपों से आहत हैं जिसके चलते कमेटी के गठन किया जाएगा जो ऐसे मामलों को कानूनी तौर पर लड़ेगी।
बच्ची की मौत होने के बाद उसके स्वजनों के हंगामे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। बच्ची के स्वजनों का कहना था कि उनसे पैसे भी लिए गए और बच्ची की मौत भी हो गई लेकिन उन्होंने कोई भी कार्रवाई करने से इन्कार कर दिया। स्वजनों के पास बच्ची का शव ले जाने का भी कोई प्रबंध नहीं हो रहा था। इस पर एंबुलेंस का प्रबंध किया गया और वे बच्ची के शव को साथ लेकर दिल्ली चले गए।
अरुण सैनी, थाना लांबड़ा प्रभारी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।