सेंट्रल हलके के पूर्व विधायक राज कुमार गुप्ता का निधन, अंतिम संस्कार में पहुंचे दिग्गज नेता
1970 से राजनीति में आए राजकुमार गुप्ता तीन बार पार्षद रहने के बाद विधायक बने। वे कांग्रेस के जिला प्रधान और स्मॉल स्केल इंडस्ट्री के चेयरमैन भी रहे हैं।
जालंधर : सेंट्रल हलके से पूर्व कांग्रेस विधायक रहे राजकुमार गुप्ता का मंगलवार रात देहांत हो गया। वह काफी दिन से बीमार थे। वह लगभग 85 साल के थे। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को हरनामदास पुरा श्मशानघाट में कर दिया गया। अंतिम क्रिया के मौके पर विधायक बाबा हैनरी, विधायक सुशील रिंकू, विधायक राजिंदर बेरी, पूर्व विधायक केडी भंडारी, भाजपा नेता मोहिंदर भगत, पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया, पूर्व मंत्री जय किशन सैनी, मेयर जगदीश राज राजा, महेंद्र सिंह कुल्लू, सलिल बाहरी, डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी, डायरेक्टर मेजर सिंह, अरुण वालिया, पप्पू मल्होत्रा, अमरजीत सिंह अमरी, वरिंदर शर्मा गुड्डू, जितेंद्र जिंद, सुभाष सूद, अजय जोशी, पूर्व मेयर सुनील ज्योति, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया, बचन लाल, कुकू मक्कड़, प्रीतम सिंह जत्थेदार, शिवदयाल चुघ, रवि महेंद्रू, कुलदीप सिंह ओबरॉय, वनीत वीर, एसपी अरोड़ा, पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर इकबाल सिंह, तरसेम सिंह, अनमोल ग्रोवर, तरसेम लाल भारद्वाज, सरदारी लाल, जसलीन सेठी अशोक गुप्ता, यशपाल धमाल, गोल्डी भाटिया आदि उपस्थित रहे।
पूर्व विधायक स्व. राजकुमार गुप्ता के बेटे पूर्व पार्षद पवन गुप्ता से संवेदना व्यक्त करते विधायक सुशील रिंकू।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जताया शोक
चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने पूर्व विधायक राज कुमार गुप्ता के निधन पर शोक जताया है। अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा कि राज कुमार गुप्ता एक सज्जन और जनप्रिय राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र जालंधर केंद्रीय के विकास के लिए अथक प्रयत्न किए। लोग उन्हें उनकी निःस्वार्थ सेवा और धरती से जुड़े नेता के तौर पर हमेशा याद रखेंगे। ईश्वर उनके परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे।
वर्ष 2017 विधानसभा चुनाव में अंतिम समय में कट गई थी टिकट
राजकुमार गुप्ता कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार थे। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने हिंदू बाहुल्य जालंधर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से सबसे पहले तेजिंदर बिट्टू को टिकट दिया था। बाद में उनका टिकट काटकर वरिष्ठ नेता राज कुमार गुप्ता को उम्मीदवार बनाया गया था। उन्हें उम्मीदवार जाने के विरोध में पूर्व मंत्री अवतार हैनरी का खेमा बगावत पर उतर आया था। बचाव की मुद्रा में आई कांग्रेस को आखिरकार झुकना पड़ा और फिर राज कुमार गुप्ता की भी टिकट काटकर बावा हैनरी को टिकट दे दी गई थी।
हमेशा स्पष्टता और मुखरता से रखते थे अपनी बात
राज कुमार गुप्ता ने वर्ष 1970 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। लोकप्रियता के दम पर वह पांच बार पार्षद चुने गए। उनके परिचितों के अनुसार वह नगर निगम एक्ट के बड़े जानकार थे। उन्होंने नगर निगम सदन में नेता प्रतिपक्ष की दमदार भूमिका निभाई थी। उनके निधन के साथ जालंधर में राजनीति का एक बड़ा अध्याय समाप्त हो गया है। वह 2002 में जालंधर केंद्रीय से कांग्रेस विधायक चुने गए थे। हालांकि बाद में उन्होंने कुछ समय भाजपा में भी बिताया लेकिन फिर कांग्रेस में वापसी की। उनके पुत्र पवन गुप्ता भी पार्षद रह चुके हैं। वह जो भी कहते थे, स्पष्टता और मुखरता के साथ कहते थे। यही उनके व्यक्तित्व की सबसे बड़ी विशेषता थी। वे कांग्रेस के जिला प्रधान और स्मॉल स्केल इंडस्ट्री के चेयरमैन भी रहे हैं।
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