ASI को बोनट पर घसीटने वाले युवक के पिता बोले- मेरा बेटा क्रिमिनल नहीं, इतना बड़ा कसूर नहीं
युवक के पिता ने कहा कि मामले को लेकर सोशल मीडिया पर उनके परिवार की बदनामी की जा रही है। अगर इसे परिपक्वता से हैंडल किया जाता तो इतना बड़ा मुद्दा नहीं बनता।
जालंधर, जेएनएन। शनिवार सुबह मिल्कबार चौक पर एएसआई मुल्ख राज के ऊपर कार चढ़ाने वाले युवक के पिता परमिंदर कुमार ने वीडियो जारी कर कहा कि उनके बेटे अनमोल मेहमी का कोई इतना बड़ा कसूर नहीं था। उनके बेटे का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। उसे बहुत बड़ा क्रिमिनल बनाकर पेश किया गया है। इससे हमारे पूरे परिवार की छवि खराब हुई है। सोशल मीडिया पर हमारे परिवार की बदनामी की जा रही है। अगर इसे परिपक्वता से हैंडल किया जाता तो इतना बड़ा मुद्दा नहीं बनना था। उन्होंने कहा कि उनके परिवार के साथ इंसाफ किया जाए, इसके लिए उन्होंने डिप्टी कमिश्नर और पुलिस कमिश्नर के आगे फरियाद ही लगाई है।
इससे पहले कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए काम कर रहे अधिकारियों की भी उन्होंने सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और डीजीपी दिनकर गुप्ता के आगे बेटे के हाथों हुई कारगुजारी की निंदा जरूर की और उसके लिए माफी भी मांगी लेकिन पुलिस की तरफ से की गई सख्त कार्रवाई से भी असहमति व्यक्त की।
सोशल मीडिया पर बंटे लोग
कर्फ्यू का उल्लंघन कर नाके पर कार न रोकने और एएसआई को घसीट कर ले जाने के मामले में सोशल मीडिया पर भी लोग बंट गए हैं। पुलिस ने इस मामले में युवक अनमोल मेहमी और उसके पिता परमिंदर कुमार पर इरादा-ए-कत्ल का मामला दर्ज कर दिया है। खुद डीजीपी दिनकर गुप्ता ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और आगे से भी ऐसा कुछ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
पुलिस पर भी उठे सवाल
इसको लेकर कई लोगों ने सख्ती की सराहना की है लेकिन कुछ लोग इसका विरोध भी जता रहे हैं। उनका कहना है कि युवक अचानक रोके जाने से घबरा गया और घबराहट में यह हादसा हो गया। यह भी सवाल उठाया जा रहा है कि एएसआई मुल्ख राज कार के आगे ही क्यों आया? पुलिस कार का नंबर नोट कर भी उसे पकड़ सकती थी। इसके बावजूद पुलिस का उस पर इरादा-ए-कत्ल का केस दर्ज करना कतई उचित नहीं है, क्योंकि वह घर से कोई एसआई को मारने के लिए नहीं निकला था। इसके अलावा उसके घर बैठे पिता पर भी संगीन धाराओं के तहत केस दर्ज करने को लेकर भी कई लोग सवाल खड़े कर रहे हैं।
सख्ती को लेकर पुलिस फिर विवादों में
कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए सख्ती को लेकर पुलिस दोबारा अब विवादों में आ गई है। इससे पहले कर्फ्यू लागू होते ही बेरहमी से लोगों की पिटाई को लेकर पंजाब पुलिस पर सवाल खड़े हुए थे। अब कर्फ्यू उल्लंघन के मामले में जालंधर में हुई सख्त कार्रवाई को लेकर पुलिस के रवैए पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। हालांकि पुलिस इसे सही ठहरा रही है और पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने घर जाकर भी जख्मी एएसआई मुल्ख राज से मुलाकात की और उसका नाम डीजीपी डिस्क के लिए रिकमेंड करने की घोषणा की है।
एएसआई बोला, मुझे कुछ हो जाता तो मेरे बच्चों का क्या होता?
मिल्कबार चौक पर हुई घटना के मामले में एएसआई मुल्खराज भी सामने आए हैं। एएसआई ने कहा कि अगर युवक के परिवार वाले कह रहे हैं कि उनके बच्चे का भविष्य खराब हो जाता तो वह मुझे ये बताएं कि अगर मुझे कुछ हो जाता तो फिर मेरे बच्चों के भविष्य का क्या होता। उन्होंने कहा कि नाके पर युवक से कर्फ्यू पास मांगा गया तो उसने गाड़ी भगा ली। अगर कार का बोनट उनके हाथ न आता तो वह उन्हें कुचलकर मार देता। जो लोग युवक व उसके परिवार की पैरवी कर रहे हैं, वो मेरे व मेरे परिवार के बारे में भी सोचें।
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