Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जालंधर से लुधियाना की ओर जाने वाले सावधान! फगवाड़ा शुगर मिल के बाहर किसान सुबह 9 बजे शुरू करेंगे अनिश्चितकालीन धरना

    By Vinay KumarEdited By:
    Updated: Mon, 08 Aug 2022 07:59 AM (IST)

    किसानों ने आज जालंधर-लुधियाना नेशनल हाईवे बंद करने का ऐलान किया है। लुधियाना खन्ना सरहिंद पटियाला राजपुरा अंबाला व दिल्ली तथा फगवाड़ा से होशियापुर की तरफ जाना चाहते हैं तो सुबह 9 बजे से पहले फगवाड़ा शुगर मिल वाला चौक क्रास कर जाएं।

    Hero Image
    फगवाड़ा शुगर मिल के बाहर किसान आज सुबह 9 बजे अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे। (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, जालंधर। पंजाब के जालंधर से बड़ी खबर सामने आ रही है। किसानों ने ऐलान किया है कि सोमवार को जालंधर-लुधियाना नेशनल हाईवे बंद करेंगे। अगर आप सोमवार को फगवाड़ा से होते हुए लुधियाना, खन्ना, सरहिंद, पटियाला, राजपुरा, अंबाला व दिल्ली तथा होशियारपुर से फगवाड़ा होते हुए और फगवाड़ा से होशियापुर की तरफ जाना चाहते हैं तो सुबह 9 बजे से पहले फगवाड़ा शुगर मिल वाला चौक क्रास कर जाएं। सुबह 9 बजे से किसान शुगर मिल के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने वाले हैं। इसकी वजह से लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भारतीय किसान यूनियन दोआबा के प्रधान एवं संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य मनजीत सिंह राय ने बताया कि किसानों के इस धरने के कारण नेशनल हाईवे बंद रहेगा। किसानों द्वारा यह धरना अपने गन्ना बकाया राशि को लेकर लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनका शुगर मिल पर करीब 72 करोड़ रुपये गन्ना की बकाया राशि पेंडिंग है, जिसे लेकर राज्य भर के किसानों को आंदोलन में भाग लेने की अपील की गई है।

    उन्होंने किसानों को अपने ट्रैक्टर-ट्रालियां तथा रहने खाने पीने की पूरी तैयारी के साथ आने की बात कही है। किसानों के गन्ने के बकाया को लेकर सरकार टालमटोल कर कर रही है। शुगर मालिकों के साथ मिलीभगत के चलते किसानों को बकाया राशी नहीं मिल रही है। जब तक किसानों को बकाया राशि नहीं मिलेगी धरना जारी रहेगा।

    ---------------------------

    यह भी पढ़ें- चप्पल उद्योग पर बीआइएस का विरोध

    चपप्ल पर बीआइएस लागू किए जाने के खिलाफ रबड़ फुटवियर मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन की बैठक प्रधान नीरज अरोड़ा की अध्यक्षता में हुई। प्रधान नीरज अरोड़ा ने बताया कि सरकार की ओर से लगाए जा रहे बीआइएस ( ब्यूरो आफ इंडियन स्टैंर्ड) नियम को लागू नहीं होने दिया जाएगा। नियम होने के साथ चप्पल इंडस्ट्री खत्म हो जाएगी। बीस वर्ष पहले की बात करें तो 500 इंडस्ट्री थी। अब सिर्फ 100 इंडस्ट्री रह गई है। उन्होंने कहा कि चप्पल इंडस्ट्री बीआईएस के मानक को पूरा नहीं कर पाएगी। इस मामले को इंडियन फुटवियर एसोसिएशन के बैनर तले कंफेडरेशन आल इंडिया ट्रेडर्स के महासचिव प्रवीण खंडेवाल के समक्ष रखा था। खंडेवाल ने आश्वासन दिया था कि पांच सौ रुपये तक की चप्पल को बीआइएस में नहीं लाया जाएगा।