पंजाब में 'जिसका खेत उसकी रेत' पर पुलिस केस, भड़के किसानों ने दी जालंधर-मोगा रोड पर जाम की धमकी
भारतीय किसान मजदूर यूनियन मझैल ने 'जिसका खेत उसकी रेत' योजना पर सवाल उठाते हुए जालंधर-मोगा रोड जाम करने की घोषणा की है। किसानों का आरोप है कि खेतों से रेत निकालने पर पुलिस ने मामले दर्ज किए, जबकि अधिकारियों ने मामले रद्द करने का वादा किया था। संगठन ने पुलिस प्रशासन पर रेत ठेकेदारों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है और मांगें पूरी न होने तक विरोध जारी रखने की बात कही है।

भारतीय किसान मजदूर यूनियन मझैल संगठन ने जालंधर-मोगा रोड जाम करने का किया ऐलान (फोटो: जागरण)
जागरण संवाददाता, जालंधर। राज्य सरकार की योजना जिसका खेत उसकी रेत पर सवाल उठाते हुए भारतीय किसान मजदूर यूनियन मझैल के सदस्यों ने वीरवार को जालंधर मोगा हाइवे जाम करने का ऐलान किया है।
किसान संगठन ने कहा इस योजना के तहत किसान खेतों से रेत निकाल रहे थे और शाहकोट थाने की पुलिस ने विभिन्न किसानों पर मामले दर्ज कर दिए। विरोध करने पर अधिकारियों ने एक सप्ताह तक सभी मामले रद्द करने का आश्वासन दिया लेकिन अभी तक कोई मामला रद्द नहीं किया गया।
भारतीय किसान मजदूर यूनियन मझैल की बैठक सोमवार को गांव चक बाहमणियां के गुरुद्वारा साहिब में हुई। बैठके में किसान नेताओं ने कहा जिसका खेेत उसकी रेत योजना के तहत शाहकोट के किसान अपने खेतों से रेत निकालकर जमीन को गेहूं की खेती के लिए तैयार कर रहे थे।
पुलिस ने उन पर अवैध माइनिंग के केस दर्ज कर दिए। यहां तक कि खाली ट्रैक्टर, ट्रालियाँ, खाली गाड़ियां और अन्य मशीनों भी केस दर्ज किए। कई ऐसे नौजवान जिनके पास कोई जमीन, गाड़ी, ट्रैक्टर, मशीन इत्यादि नहीं है, उन पर भी राजनीतिक रंजिश के तहत मामले दर्ज किए गए।
इस घटना के दौरान अमीर वाहन मालिकों के वाहनों को पुलिस ने छोड़ दिया। केस दर्ज होने के विरोध में 27 अक्टूबर को जालंधर जिले के शाहकोट पुलिस स्टेशन के गेट के सामने विरोध प्रदर्शन हुआ तो शाहकोट थाने ते प्रभारी ने किसानों को आश्वासन दिया कि किसानों के खिलाफ दर्ज मामले एक सप्ताह के भीतर रद्द कर दिए जाएंगे। लेकिन तय समय तक कोई मामला रद्द नहीं किया गया। किसान संगठन के साथ बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंची।
बैठक में संगठन के नेताओं ने कहा पुलिस प्रशासन स्थानीय थाना प्रभारी वहां के करोड़पति रेत ठेकेदार के हाथों में खेल रहे है और किसानों और मजदूरों को धमका रहे है। इसलिए वीरवार को शाहकोट के पास राष्ट्रीय राजमार्ग मोगा-जालंधर को जाम किया जाएगा।
जब तक जेल भेजे गए किसानों पर दर्ज मामले रद्द नहीं किए जाती और उनकी मशीनरी बिना किसी शर्त लौटाई नहीं जाती तब तक यह विरोध जारी रहेगा।
किसान नेताओं ने कहा जब इस संबंध में सिविल प्रशासन के अधिकारियों एडीसी जालंधर और डीडीपीओ जालंधर से मुलाकात की गई और उन्हें पूरा मामला समझाया गया, तो उक्त अधिकारियों ने आम आदमी पार्टी के गांव चक बाहमणियां के मौजूदा सरपंच और अन्य संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया था।
बैठक में जिला नेता जसविंदर सिंह भामल बीकेयू डकौंदा लुधियाना, सरबत दा भला मंच प्रदेश अध्यक्ष बाबा जी, सरपंच जसपाल सिंह, नरिंदर सिंह किरतोवाल बीकेयू मझैल अमरजीत सिंह रत्ता गुड्डा बीकेयू मझैल सतनाम सिंह हरिके प्रदेश अध्यक्ष बीकेयू मझैल भजन सिंह रूरी वाला जिला तरनतारन नेता बीकेयू मझैल इत्यादि नेता मौजूद थे।

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