Jalandhar News: हाईवे पर एंट्री-एग्जिट के संकेतक बोर्ड नहीं, बढ़ रहीं दुर्घटनाएं; धुंध में होगी और परेशानी
Jalandhar News जालंधर-पानीपत सिक्सलेन हाईवे पर दिशासूचक नहीं होने से परेशानी बढ़ सकती है। दरअसल हाईवे पर कुछ ऐसे प्वाइंट हैं जहां पर एंट्री एग्जिट को लेकर भी दिशा सूचक लगाए ही नहीं गए हैं। यहां पर हर समय वाहनों के आपस में टकराने का खतरा बना रहता है।

जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर-पानीपत सिक्सलेन हाईवे पर दिशासूचक (संकेतक) लगाने में हो रही लापरवाही धुंध के मौसम में वाहन चालकों की जिंदगी पर भारी पड़ सकती है। लापरवाही का आलम यह है कि दिशासूचक सर्विसलेन पर लगा दिए गए हैं, जो हाईवे पर तीव्र गति से आ रहे वाहन चालकों को नजर ही नहीं आ रहे। नतीजा यह निकल रहा है कि वाहन चालक हाईवे पर गंतव्य तक पहुंचने के बजाय भटक कर रह जाते हैं।
कई स्थानों पर आसपास की कालोनियों व प्रमुख स्थलों की जानकारी देने वाले सूचना बोर्ड भी नदारद हैं। यहीं बस नहीं है हाईवे पर कुछ ऐसे प्वाइंट भी हैं, जहां पर एंट्री एग्जिट को लेकर भी दिशासूचक लगाए ही नहीं गए हैं अथवा ऐसी जगह पर लगे हैं, जो आसानी से वाहन चालकों को नजर नहीं आ रहे हैं। कुछ दिशासूचक बोर्ड हाईवे के ठीक मध्य में लगे हैं। पीएपी चौक से रामामंडी की तरफ बढ़ते हुए हाईवे पर एंट्री प्वाइंट तो दे दिया गया है। मगर बेहद संकरी एंट्री प्वाइंट से पहले हाईवे पर आसानी से नजर आने वाला दिशासूचक बोर्ड लगा ही नहीं है।
रामामंडी फ्लाईओवर शुरू होने से ठीक पहले हाईवे एग्जिट प्वाइंट तो दिया गया है, लेकिन इसे लेकर कोई जानकारी नहीं है। कैंट रेलवे स्टेशन से फगवाड़ा की तरफ जाते हुए हाईवे पर एंट्री प्वाइंट तो है, लेकिन दिशासूचक बोर्ड नहीं है। रामामंडी और जालंधर कैंट की तरफ से आने वाला ट्रैफिक इसी प्वाइंट से हाईवे पर प्रवेश करता है। यहां पर हर समय वाहनों के आपस में टकराने का खतरा बना रहता है।
अति शीघ्र उपलब्ध कराए जाएंगे दिशासूचक: वीरेंद्र सिंह
नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि हालांकि पूरे हाईवे पर दिशा सूचक लगाने में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। बावजूद अगर कुछ स्थानों पर बोर्ड के आकार छोटे हैं अथवा उनका स्थान सही नहीं है तो तुरंत बदलाव करवाया जाएगा।
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