दो दिन पहले हादसे के बाद पठानकोट के पास में ध्रुव एएमएच हेलीकाप्टर की इमरजैंसी लैंडिंग, मामून कैंट से भरी थी उड़ान
पठानकोट से सटे हिमाचल प्रदेश के कस्बा नूपपुर के पास ध्रुव एएमएच मार्क-4 की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। करीब पंद्रह मिनट तक हेलीकाप्टर के पूरे पार्टस की ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पठानकोट। पठानकोट से सटे हिमाचल प्रदेश के कस्बा नूरपुर के पास ध्रुव एएमएच मार्क-4 की इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। इस हेलीकाप्टर करीब साढ़े पांच बजे मामून कैंट से उड़ान भरी थी। पायलट को हेलीकाप्टर में तकनीकी खराबी का पता चलने के बाद इसकी इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। हेलीकाप्टर के पूरे पार्ट्स की जांच की जा रही है और वह अब भी वहीं खड़ा है। विशेषज्ञ उसकी जांच कर रहे हैं। यह लैंडिंग चक्की दरिया के पास हुआ है।
पठानकोट जिला से सटे हिमाचल प्रदेश के गांव मैरा पट्टा में ध्रुव एएमएच मार्क-4 की यह इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। बताया जा रहा है कि हेलीकाप्टर में दो से तीन लोग सवार थे। देर शाम पांच बजे के करीब लोगों को इस बात का पता चला तो लोग वहां पर पहुंचना शुरु हो गए। लोगों के बढ़ते जमावड़े को देखते हुए सेना ने सारे एरिया को अपने कब्जे में ले लिया। मौके पर एयरफोर्स की टेक्निकल टीम पहुंच गई ओर फाल्ट ढूंढने के काम में लग गई।

वीरवार की देर शाम जब लोगों को उक्त हेलीकाप्टर की इमरजेंसी लैडिंग का पता चला तो लोग वहां पर पहुंचना शुरु हो गए। लेकिन, बीच में चक्की दरिया होने के कारण लोग वहां तक नहीं पहुंच पाए। इस हेलीकाप्टर करीब दोपहर दो से ढाई के बीच में मामून कैंट से उड़ान भरी थी। पायलट को जहाज में कोई तकनीकी खराबी का पता चलने के बाद इसकी इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई। लेकिन, उक्त बात के बारे में न तो स्थानीय लोगों और न ही प्रशासन को। कुछ देर बाद जब सेना के ट्रक उक्त स्थान को पहुंचने लगे तो प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी इस बात की जानकारी मिली।
हिमाचल प्रदेश से सटे क्षेत्र में चक्की दरिया के पास हुई है हेलीकाप्टर लैंडिेंग
बात का पता चलने पर आस-पास के एरिया के लोग वहां पर जमा हो गए। दो दिन पहले ही उक्त ध्रुव एएमएच मार्क-4 आरएसडी की झील में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। एरिया हिमाचल का होने की वजह से थाना नूरपुर की पुलिस ने मौके पर पहुंच स्थिति को संभाला।

बता दें कि मंगलवार को ध्रुव हेलीकाप्टर हादसग्रस्त होकर रणजीत सागर डैम मेे गिर गया था। इसके पायलट और सह पायलट का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पायलट और को-पायलट की तलाश के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इसमें सेना, नौसेना और एयरफोर्स की टीमें जुटी हुई हैं। दोनों की रणजीेत सागर झील के साथ ही आसपास के घने जंगल में भी की जा रही है। सर्च आपरेशन में करीब 150 जवान जुटे हुए हैं।
ऐसे में वीरवार शाम फिर एक हेलीकाप्टर में गड़बड़ी आने के कारण उसकी इमरजेंसी लैंडिंग से हड़कंप मच गया। हेलीकाप्टर की इमरेंजेसी लैडिंग का पता चलते ही वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। इसके बाद पूरे हेलीकाप्टर की बारिकी से जांच की गई। इसके बाद हेलीकाप्टर की अब भी जांच की जा रही है।
पूरे मामले की जांच की जा रही है। अधिकारी अभी इस बारे में कोई जानकारी देने से मना कर रहे हैं। पूरे मामले में राहत की बात है कि हेलीकाप्टर या पायलट और को-पायलट को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ। बताया जाता है कि पायलट ने हेलीकाप्टर में तकनीकी दिक्कत के संकेत मिलने के बाद जांच के लिए इमरजेंसी लैंडिेग करने की सूझबूझ दिखाई।

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