आर्गेनिक फूड की तरह सेहत के लिए लाभदायक है मटके का पानी, जालंधर में गरीबों में बांटे घड़े
जालंधर में यूथ वेलफेयर सेवा सोसायटी के यशपाल ठाकुर ने कहा कि ऑर्गेनिक फूड की तरह मटके का जल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। भारत में मटके का उपयोग युगों-युगों से होता आया है। पारंपरिक भोजन तथा जीवनशैली को अपनाकर स्वस्थ जीवन हासिल किया जा सकता है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती बढ़ गई है। ऐसे में घड़े का चलन एक बार फिर देखने को मिल रहा है। इसी के मद्देनजर समाज सेवी संस्था यूथ वेलफेयर सोसायटी ने गरीब तथा जरूरतमंद लोगों को मिट्टी के मटके वितरित करने की मुहिम शुरू की है। इस संबंध में संस्था द्वारा आयोजित समारोह के दौरान आम आदमी पार्टी के नेता यशपाल ठाकुर तथा उद्योगपति राम कुमार वशिष्ठ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इससे पूर्व विश्व शांति को लेकर प्रार्थना की गई।
इस दौरान यशपाल ठाकुर ने कहा कि ऑर्गेनिक फूड की तरह मटके का जल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक भोजन तथा जीवनशैली को अपनाकर स्वस्थ जीवन हासिल किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मटके के पानी का इस्तेमाल युगो युगांतर से होता आया है। यह पानी अपने आप में फिल्टर होता है।
इस मौके पर संस्था के प्रधान राजेश शर्मा, प्रोग्राम इंचार्ज नवीन शर्मा तथा कैशियर प्रदीप कुमार द्वारा अतिथियों को मां की चुनरी देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रदीप कुमार, अजय कुमार, अशोक कुमार रत्तु, नवीन जोशी, टीनू सैनी, कर्म सिंह, अश्वनी शर्मा, संजय गांधी नगर गुरुद्वारा के प्रधान ज्ञान सिंह, सोनू प्रभाकर, डॉक्टर सीताराम, राजकुमार रत्तु, दीपक सोनी सहित सदस्य मौजूद थे।
स्वास्थ्य के लिए घड़े के पानी के अनेक लाभ
आयुर्वेद में भी मिट्टी के बर्तनों में पानी रखने और उनमें भोजन पकाने तक के फायदे माने गए हैं। हालांकि आजकल इनका चलन कम हो गया है। दूसरी ओर भीषण गर्मी में लोगों के पास घड़े का ठंडा पानी पीने का अच्छा विकल्प मौजूद है। दरअसल घड़े का पानी वाष्पीकरण की प्रक्रिया द्वारा ठंडा होता रहता है। प्राकृतिक होने के कारण ये पानी में से उसे प्रदूषित करने वाले तत्वों को सोख लेता है। आयुर्वेद के अनुसार मिट्टी के घड़े का पानी पीने से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति मजबूत होती है। यह पानी पीने एसिडिटी दूर होती है और पेट की बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।