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एडीसीपी ट्रैफिक कंवलजीत बाेले-बर्दाश्त नहीं होगी लापरवाही, धुंध में सड़कों पर लगाए जाएंगे रिफ्लेक्टर

Road Safety जालंधर में सड़कों पर धुंध में वाहन चालकाें काे अब परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए पुलिस रिफ्लेक्टर लगाएगी। इसके अलावा धुंध में पुलिस ज्यादा सर्तकता से काम करेगी। यह कहना है एडीसीपी ट्रैफिक कंवलजीत सिंह का।

By Vipin KumarEdited By: Published: Sun, 27 Nov 2022 07:05 AM (IST)Updated: Sun, 27 Nov 2022 07:05 AM (IST)
Road Safety: एडीसीपी ट्रैफिक कंवलजीत सिंह बातचीत करते हुए। (जागरण)

सुक्रांत, जालंधर। Road Safety: हाईवे और शहर में सड़क हादसों को रोकने व यातायात की समस्या को देखते हुए 'दैनिक जागरण' द्वारा शुरू किए गए सड़क सुरक्षा महाअभियान के बाद तमाम ऐसी खामियां सड़कों पर मिल रही हैं, जिन्हें दूर करके सुरक्षित यातायात की सुवधा देना हमारा कर्तव्य है। हाईवे पर ब्लैक स्पाट से लेकर अवैध एंट्री व एग्जिट प्वाइंटों से होने वाले हादसों को जिस प्रकार दैनिक जागरण ने उजागर किया है वह हकीकत में हमारे लिए भविष्य में होने वाले सड़क हादसों को रोकने में काफी मददगार साबित होगा।

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यह विचार दैनिक जागरण के साथ विशेष बातचीत में एडीसीपी ट्रैफिक कंवलजीत सिंह ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए पुलिस सख्ती भी करेगी। सड़कों पर रिफ्लेक्टर लगाए जाएंगे। धुंध में पुलिस पहले से ज्यादा काम करेगी, ताकि हादसे न होने पाएं और लोगों को राहत मिल सके। पेश है उनसे बातचीत के अंश...।

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- आगामी कुछ दिनों में धुंध पड़ने लगेगी। ज्यादा हादसे धुंध के कारण ही होते हैं। हादसे न हों, इसके लिए जिला ट्रैफिक विभाग की क्या तैयारी है?

- हाईवे पर निकलने वाले वाहन चालकों को फाग लाइट लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए जल्द ही हाईवे पर पुलिस की तरफ से जागरूकता कैंप लगाए जाएंगे। इसके साथ ही रिफ्लेक्टर लगाने की मुहिम तेज की जाएगी, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस धुंध में हादसों में कमी लाने के लिए ज्यादा काम करेगी।

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- जिले में हाईवे पर कई जगह साइन बोर्ड और बाटलनेक पुलों पर रिफ्लेटर के इंतजाम नहीं हैं, इस कमी को दूर करने के लिए क्या किया जा रहा है?

- जिले में काफी जगह पर साइन बोर्ड और बाटलनेक पुलों पर रिफ्लेक्टर हैं। विभाग जहां पर कमियां हैं, वहां पर काम करवा रहा है। जिस जगह पर रिफ्लेक्टर या साइन बोर्ड नहीं हैं, वहां पर जल्द ही बोर्ड लगाए जाएंगे। इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। सिक्सलेन हाईवे पर बने फोरलेन पुलों को बाटलनेक पुल करते हैं।

- हाईवे पर अवैध कटों पर हादसे न हों तो इन कट्स को बंद करवाने के लिए क्या किया जा रहा है?

- हाईवे पर सबसे पहले तो अवैध कट बंद करवाने का काम किया जाएगा। इसके लिए ऐसे प्वाइंट चिन्हित करवाने का काम शुरू करवाया गया है। लोग अपनी सुविधा के लिए कट बना लेते हैं, यह गलत है। इनको बंद करवाने के लिए सर्वे करवाया जा रहा है। जल्द ही सारे कट बंद करवा दिए जाएंगे।

ओवरस्पीड वाहनों से भी हादसे हो रहे हैं। क्या ओवरस्पीड वाहनों के चालान के लिए स्पीड इंटरसेप्टर उपलब्ध है और ये सही ढंग से काम कर रहे हैं?

- ओवरस्पीड वाहनों के कारण हादसे हो रहे हैं, इसमें कोई शक नहीं। पुलिस कोशिश तो करती है, लेकिन ऐसे हादसों को रोकने के लिए लोगों को खुद जागरूक होना पड़ेगा। जालंधर में दो स्पीड इंटरसेप्टर हैं और दोनों ही काम कर रहे हैं। अलग-अलग जगह पर रोजाना ये लगाए जाते हैं। बीते एक साल में तीन सौ से ज्यादा ओवरस्पीड वाहनों के चालान काटे गए हैं और आगे भी मुहिम जारी रहेगी।

जिले की हर सड़क पर नाबालिग वाहन चलाते दिखाई देते हैं, उनके पास तो लाइसेंस भी नहीं होता। ऐसे किशोरों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?

- ऐसा नहीं है, पुलिस नाबालिग वाहन चालकों पर भी कार्रवाई करती है। बीते एक साल में ही सौ से ज्यादा वाहन जब्त किए गए हैं जो नाबालिग चालक चला रहे थे। उनके स्वजनों को बुला कर कार्रवाई की जाती है और 150 से ज्यादा स्वजनों के भी चालान काटे गए हैं। बच्चों को समझाने के लिए समय-समय पर स्कूलों में सेमिनार भी लगाए जाते हैं।

क्या वाहनों और सड़कों के अनुपात में ट्रैफिक पुलिस की संख्या सही है या कम है? अगर कमी है तो इसे बढ़ाया क्यों नहीं जा रहा?

- बिल्कुल सही, वाहनों और सड़कों के अनुपात में ट्रैफिक पुलिस की संख्या कम है, लेकिन ऐसा नहीं कह सकते कि कमी के कारण बड़ी समस्या पेश आ रही है। समस्या तो है लेकिन पुलिस वाले समस्याओं को हल भी कर रहे हैं। विभाग से रिक्त पदों को भरने की मांग की गई है और जल्द पूरी होने की संभावना भी है।

जिलों की अंदुरूनी सड़कों पर रांग साइड ड्राइविंग और अवैध पार्किंग भी बड़ी समस्या है। सड़कों पर जाम लगने से आमजन परेशान हो रहा है। इसे दूर करने के लिए क्या कार्रवाई की जाएगी?

जवाब : यह वाकई में बड़ी समस्या है। लोगों को जागरूक होना पड़ेगा और इसके लिए ट्रैफिक पुलिस का एजुकेशन सेल काम कर रहा है। आटो, बस, ट्रक व टैक्सी चालकों के लिए सेमिनार लगाए जा रहे हैं। जाम को रोकने के लिए मुख्य मार्गों पर पुलिस की मौजूदगी बढ़ाई जा रही है। इसके लिए पुलिस जरूरत से ज्यादा प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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प्रेशर हार्न और बुलेट पटाखे चलाने वाले लोगों के लिए परेशानी बन रहे हैं, पुलिस क्या कार्रवाई करती है?

- लोगों की इस परेशानी को हल करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने काफी सख्ती कर रखी है। बीते एक साल में ही प्रेशर हार्न बजाने वाले 100 से ज्यादा वाहन जब्त कर उनके चालान किए गए हैं। इसके अलावा बुलेट के पटाखे चलाने वाले 300 बुलेट बाइक पकड़ कर चालान किए गए हैं। आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी।


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