जालंधर में बाढ़ पीड़ितों को मुआवजे के लिए BKU का प्रदर्शन, मुख्यमंत्री और PM के नाम भेजे मांग पत्र
बीकेयू एकता उगराहा ने जालंधर में बाढ़ पीड़ितों के मुआवजे के लिए प्रदर्शन किया। एसडीएम शाहकोट और नकोदर को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया जिसमें बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और मुआवजे की मांग की गई। संगठन ने प्रदूषण से होने वाली बीमारियों की रोकथाम और बुनियादी ढांचे के नवीनीकरण की भी मांग की।

संवाद सूत्र, शाहकोट/ मलसिया। बीकेयू एकता उगराहा के फैसले के अनुसार आज जिला जालंधर में एसडीएम शाहकोट और नकोदर में मौके पर उपस्थित अधिकारियों को बाढ़ के कारण हुई बर्बादी की पूर्ति संबंधी मुख्यमंत्री पंजाब और प्रधानमंत्री के नाम मांग पत्र दिए गए।
नकोदर में जत्थेबंदी के जिला अध्यक्ष मोहन सिंह बल और शाहकोट में ब्लॉक अध्यक्ष बलकार सिंह फाजलवाल के नेतृत्व में तहसील परिसर में एकत्रित करके मांग पत्र में शामिल मांगों के बारे में रोशनी डाली गई।
मांग पत्र में शामिल मांगों के अनुसार मांग की गई है कि बादल फटने और भारी बारिश के कारण आई बाढ़ को कौमी आफत ऐलाना जाए और कौमी आफत फंड तुरंत जारी किया जाए, बाढ़ के कारण इंसानी मौतें, पालतू पशुओं, घरों, फसलों, जमीनों, सहायक धंधे, जरूरी ऊसार ढांचे आदि नुकसान की पूर्ति के लिए फंड जारी किए जाएं।
प्रदूषण कारण फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए पहले प्रबंध किए जाएं, नदियों, नालों, ड्रेनो, दरिया में फ्लैट गेटों के पहले रखरखाव, सफाई और मुरम्मत में लापरवाही करने वाले जिम्मेवार अफसरों और अधिकारियों को सजाएं दी जाए।
नदियों, नहरों और डैमो के पुराने ढांचे को नवीकरण किया जाए और बाढ़ की रोकथाम के लिए बजट राखमा रखा जाए। कॉर्पोरेट पक्षी विकास मॉडल को तैयार करके कॉर्पोरेट पक्षी नीति को रद्द किया जाए। आज के इकठ्ठ में ब्लॉक शाहकोट नकोदर के अलग-अलग कार्यों के ओहदेदार और सरगर्म सदस्यों उपस्थित हुए।
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