बठिंडा में एचआइवी संक्रमित खून चढ़ाने के मामले में दो लैब टेक्नीशियनों पर केस
सात नवंबर 2020 को एक मरीज ने बठिंडा सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक से खून लिया था। खून मरीज को चढ़ाने से पहले ब्लड बैंक के एमएलटी गुरप्रीत सिंह व गुरभेज सिंह ने इसकी जांच नहीं की। खून एचआईवी संक्रमित का था।

जागरण संवाददाता, बठिंडा। सिविल अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में मरीजों को एचआइवी संक्रमित खून चढ़ाने के मामले में थाना कोतवाली पुलिस ने सिविल अस्पताल के दो मेडिकल लैब टेक्नीशियन (एमएलटी) पर केस दर्ज किया है। यह कार्रवाई विजिलेंस विभाग की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपितों को पकड़कर जेल भेजा जाएगा।
थाना कोतवाली पुलिस के पास विजिलेंस विभाग पंजाब के संयुक्त डायरेक्टर आकाशदीप सिंह की तरफ से भेजी गई रिपोर्ट में बताया कि गया कि सात नवंबर 2020 को एक मरीज ने बठिंडा सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक से खून लिया था। खून मरीज को चढ़ाने से पहले ब्लड बैंक के एमएलटी गुरप्रीत सिंह व गुरभेज सिंह ने इसकी जांच नहीं की।
बाद में पता चला कि मरीज को चढ़ाया खून एचआइवी पाजिटिव व्यक्ति का था। इसके चलते मरीज भी एचआइवी पाजिटिव हो गया। विजिलेंस विभाग ने जांच के बाद उक्त दोनों एमएलटी के खिलाफ मामला दर्ज करने की सिफारिश की। अब थाना कोतवाली पुलिस ने आरोपित सिविल अस्पताल के एमएलटी गुरप्रीत सिंह व गुरभेज सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। दोनों की गिरफ्तारी भी जल्द हो सकती है।
पहले भी दो अन्य मामलों मेें हो चुकी है कार्रवाई
- करीब एक साल पहले ब्लड बैंक में अक्टूबर व नवंबर के मध्य थैलेसीमिया पीडि़त बच्चों को एचआइवी संक्रमित रक्त चढ़ाने के मामला सामने आया था। जांच के बाद सेहत विभाग ने ब्लड बैंक में कार्यरत चार कांट्रेक्ट लैब टेक्नीशियनों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था।
- तीन अक्टूबर 2020 के मामले में सिविल अस्पताल के स्थाई सीनियर एमएलटी बलदेव ङ्क्षसह रोमाणा के खिलाफ भी मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया था। उस समय की ब्लड बैंक इंचार्ज रहीं कांट्रेक्ट बीटीओ डा. करिश्मा व एलटी रिचा को सस्पेंड कर दिया गया था।
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