HMPV virus Cases: एचएमपी वायरस से बचना है तो हेलो नहीं, नमस्ते करें; जानें क्या है इस बीमारी के लक्षण
HMPV Virus news भारत में HMPV वायरस ने दस्तक दे दी है। कर्नाटक गुजरात और चेन्नई में कई बच्चे इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। हालांकि पंजाब में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है। केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। जानिए इस वायरस के लक्षण बचाव और इलाज के बारे में...
जगदीश कुमार, जालंधर। चीन में शुरू हुआ ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV Virus in India) अब देश में पहुंच चुका है। कर्नाटक, गुजरात और चेन्नई में कई बच्चे इस वायरस की चपेट में आ गए हैं, जिसके बाद लोगों में दहशत भी है। हालांकि पंजाब में इससे संबंधित कोई मामला (HMPV cases in Punjab) सामने नहीं आया है। केंद्र सरकार की ओर से मंगलवार को इस संबंध में एडवाइजरी जारी होने के बाद अब प्रदेश का सेहत विभाग भी एहतियात के कदम उठाएगा।
हाथ मिलाने के बजाय नमस्ते करें
वहीं, डॉक्टर इसे सामान्य वायरस के रूप में ही देख रहे हैं और हर साल सर्दी में ऐसे मामले सामने आने की बात कह रहे हैं। हालांकि वायरस के खतरे से बचना है तो हेलो (हाथ मिलाने) नहीं, नमस्ते करने की आदत डालनी पड़ेगी। कारण, कोरोना की तरह यह वायरस भी सीधे संपर्क में आने से तेजी से फैलता है।
एहतियात बरतें
आईएमए के प्रधान एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएस भूटानी का कहना है कि वायरस न तो गंभीर है और न ही जानलेवा है। यह पिछले कई दशकों से सर्दी में होने वाली बीमारी है और महज एहतियात बरतने से ही इससे बचाव संभव है।
फ्लू जैसा संक्रमण
सिविल अस्पताल से सेवानिवृत्त मेडिकल सुपरिटेंडेंट एवं छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव शर्मा कहते है कि एचएमपीवी फेफड़ों को प्रभावित कर रहा है। इसके चलते फ्लू जैसा संक्रमण होता है। यह वायरस ठंड के मौसम में ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। प्रभावित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से इस वायरस का खतरा हो सकता है।
आइसोलेशन वार्ड आरक्षित
सिविल सर्जन सिविल सर्जन डॉ. गुरमीत लाल का कहना है कि एचएमपीवी से ग्रसित मरीज पंजाब में रिपोर्ट नहीं हुए हैं। केंद्र सरकारी की एडवाइजरी के बाद अब सेहत विभाग की ओर से भी जिले के स्वास्थ्य केंद्रों को हिदायतें जारी की जाएगी। हालांकि कोरोना और स्वाइन फ्लू को लेकर पहले से ही आइसोलेशन वार्ड के लिए बेड आरक्षित रखे गए हैं। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
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एचएमपीवी की नहीं कोई वैक्सीन
एचएमपीवी के लिए कोई वैक्सीन या एंटीवायरल इलाज नहीं है। बहुत से लोग आराम करके और हाइड्रेशन से ठीक हो जा रहे हैं। कोरोना की तरह आरटी पीसीआर से सैंपल टेस्ट कर मरीज में एचएमपीवी होने की पुष्टि की जा सकती है। एंटीजेन टेस्ट से भी इसका पता लग सकता है।
बरते ये सावधानियां
- खांसी और छींकते समय मुंह और नाक को ढक कर रखें। एक-दूसरे से हाथ मिलाने और गले लगने से परहेज करे। भीड़ वाली जगह पर जाने से बचें।
- बार-बार व सही तरीके से साबुन से हाथ धोएं। बीमार होने पर कपड़े और बर्तन एक दूसरे के साथ सांझा न करें।
- बीमार होने पर संपूर्ण इलाज करें और घर पर ही आराम करें।
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