अमृतसर में डाक्टर ने सूदखोरों से दुखी होकर की आत्महत्या, नहीं चुका पाया दस लाख रुपये का कर्ज
सुखविंदर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनका भाई प्रीतपाल सिंह (47) बतौर डाक्टर जठोल में क्लीनिक चला रहे थे। उनके दो बेटे और एक बेटी है। उन्होंने तीन साल पहले दस लाख रुपये का कर्ज लिया था जिसे वह चुका नहीं पा रहे थे।

जागरण संवाददाता, अमृतसर। थाना घरिंडा क गांव लद्देवाल में रहने वाले प्रीतपाल सिंह ने शनिवार की शाम सूदखोरों से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिवार ने आरोप लगाया कि बेटी की शादी में खर्च करने के लिए उन्होंने तीन साल पहले दस लाख रुपये कर्ज लिया था। जिसे वह चुका नहीं पा रहे थे। फिलहाल पुलिस ने आठ आरोपितों के खिलाफ आत्महत्या को उकसाने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है। एएसआइ हरपाल सिंह ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।
लद्देवाल गांव निवासी सुखविंदर सिंह की शिकायत पर घरिंडा थाने की पुलिस ने जठोल गांव निवासी जगदीप सिंह, कटरा शेर सिंह स्थित स्वामी मेडिकल स्टोर के मालिक पंकज अरोड़ा, परवेज, कवलजीत सिंह, खासा निवासी सुखराज सिंह, राजाताल निवासी बिट्टू, गुरदेव सिंह को नामजद कर लिया है। सुखविंदर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनका भाई प्रीतपाल सिंह (47) बतौर डाक्टर जठोल में क्लीनिक चला रहे थे। उनके दो बेटे और एक बेटी है।
लगभग तीन साल पहले उन्होंने बेटी की शादी की थी और पैसों की जरूरत पड़ने पर उक्त आरोपितों से कुल दस लाख रुपये ब्याज पर लिए थे। कुछ समय तक कर्ज की राशि चुकाई गई और बाद में पैसों का भुगतान करने में वह असफल रहे। सुखविंदर सिंह ने बताया कि आरोपित अब प्रीतपाल सिंह को पैसे चुकाने के लिए परेशान कर रहे थे। कुछ दिन पहले आरोपितों का उनके भाई के साथ विवाद भी हुआ था। आरोपितों ने उन्हें धमकाया था कि वह उन पर (प्रीतपाल सिंह) केस कर देंगे। इस बात से उनका भाई काफी परेशान हो गया था।
आरोपितों की तरफ से लगातार मिल रही धमकियों से तंग आकर प्रीतपाल सिंह ने शनिवार की शाम घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सुखविंदर सिंह ने बताया कि शनिवार की शाम जब वह भाई से मिलने उनके कमरे में पहुंचा तो उनकी लाख पंखे से लटक रही थी। उनकी मौत हो चुकी थी।

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