जालंधर, जेएनएन। भगोड़ा घोषित किए गए खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पर पुलिस का शिकंजा पूरी तरह कस गया है और कभी भी उसकी गिरफ्तारी हो सकती है। पुलिस का दावा है कि अमृतपाल भाग जरूर गया है, लेकिन इतनी दूर भी नहीं गया है कि गिरफ्तार न किया जा सके। अमृतपाल के खिलाफ शनिवार को शुरू हुई कार्रवाई में रविवार को उसके 34 और साथियों को गिरफ्तार किया गया है। अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ अमृतसर में अवैध हथियार रखने के आरोप में नया केस दर्ज किया गया है। उसके चार साथियों को रविवार को वायुसेना के विशेष विमान से असम के डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल ले जाया गया है, जबकि सात अन्य को अमृतसर के बाबा बकाला कोर्ट में पेश कर पुलिस ने चार दिन का रिमांड हासिल किया है। शांति बनाए रखने के लिए विभिन्न जिलों में फ्लैग मार्च किया गया। मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को बंद रखने की समयाविधि सोमवार 12 बजे तक बढ़ा दी गई है।

गत फरवरी में अजनाला थाने पर हुए हमले के आरोप में अमृतपाल सिंह और उसके साथियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने शनिवार को बड़ा आपरेशन चलाया। अमृतपाल तो मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने उसके 11 साथियों को दबोच लिया। इनमें चार आरोपितों प्रधाममंत्री बजोके, दलजीत सिंह कलसी, भगवंत सिंह और गुरमीत सिंह को असम के डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल में रखा गया है।

पंजाब, केंद्र और असम सरकार के सांझा आपरेशन के तहत रविवार को आइजी जेल रूप कुमार के नेतृत्व में एसएसपी और एसपी स्तर के 30 अधिकारियों की देखरेख वायु सेना के विशेष विमान से इन्हें डिब्रूगढ़ ले जाया गया। आशंका कि इनके आतंकी कनेक्शन के लिए असम को एक रूट ही तरह इस्तेमाल किया जा रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार पंजाब में हथियारों व विस्फोटक सामग्री की सप्लाई असम के रूट से भी होती रही है।

2009 में जगराओं में 50 किलो से ज्यादा की विस्फोटक सामग्री पकड़ी गई थी। जांच के बाद पता चला था कि आरडीएक्स व जिलेटिन की छड़ें आतंकियों को असम से सप्लाई की गई थीं। हो सकता है कि अमृतपाल के साथियों को भी हथियार यहां से सप्लाई किए गए हों। सूत्रों के अनुसार डिब्रूगढ़ में आरोपितों से हथियार सप्लायरों की पहचान भी कराई जाएगी। बड़ा आतंकी कनेक्शन सामने आने की भी संभावना है।

यह पुलिस से पुलिस का सहयोग

हिमंत बिस्वा अमृतपाल से चार साथियों को डिब्रूगढ़ लाए जाने पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि यह पुलिस से पुलिस का सहयोग है। कैदियों को यहां सुरक्षा उद्देश्य से लाया जाता है। उन्होंने भी पहले असम से कैदियों को बिहार भेजा था। अमृतपाल की लावारिस गाड़ी से मिले हथियार अमृतपाल की इसूजू गाड़ी जालंधर के महितपुर के गांव सलेमा में लावारिस हाल में बरामद हुई है। गाड़ी से हथियार और फर्जी नंबर प्लेटें बरामद की गई हैं। काले रंग की इसूजू कार की चाबी कार के ऊपर रखी हुई थी और इसमें से एक राइफल, 57 कारतूस, फर्जी नंबर प्लेटें, तलवार और वाकी-टाकी मिले हैं।

अमृतपाल के साथी कोर्ट में पेश

एसएसपी जालंधर (देहाती) स्वर्णदीप सिंह ने बताया कि गाड़ी के मालिक शहीद भगत सिंह नगर के अनोखरवाल के मनप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। अमृतपाल के साथियों से मिले सभी हथियार अवैध शनिवार को जालंधर के मेहतपुर से गिरफ्तार अमृतपाल के सात साथियों को रविवार को बाबा बकाला की कोर्ट में पेश करके पुलिस ने चार दिन का रिमांड हासिल किया है। इनकी पहचान हरमिंदार सिंह, गुरवीर सिंह, अजयपाल सिंह, बलजिंदर सिंह, अमनदीप सिंह, स्वरीत सिंह और गुरलाल सिंह के रूप में हुई है।

पिस्तौल और कारतूस बरामद

अमृतपाल के डेरे पर रहने वाले इन आरोपितों से दो कारें, आठ राइफलें, एक पिस्तौल और कारतूस बरामद हुए हैं। सभी हथियार अवैध हैं। इनमें से एक के पास असलहा लाइसेंस था लेकिन उससे तय संख्या से ज्यादा कारतूस बरामद हुए हैं। आरोपित ने बताया कि यह कारतूस अमृतपाल के कहने पर ब¨ठडा के रहने वाले गुरभेज सिंह ने उपलब्ध कराए थे। खालिस्तान समर्थक गुरभेज की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है।

हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा में अलर्ट, सीमा पर चेकिंग बढ़ी

पंजाब से सटे हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर के एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि अमृतपाल के नेपाल भागने के इनपुट सीधे तौर पर पुलिस को नहीं मिले हैं। बावजूद इसके पुलिस शनिवार रात से ही उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद और बिजनौर सहित पड़ोसी देश नेपाल से सटे बार्डर पर चेकिंग कर रही है। हिमाचल में पंजाब से सटे जिलों कांगड़ा, ऊना, सोलन और चंबा में नाके लगाए गए।

अमृतपाल को लेकर हाई कोर्ट में याचिका

वारिस पंजाब दे का कानूनी सलाहकार होने का दावा करने वाले बठिंडा के ईमान सिंह खैहरा ने इस मामले को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। उसने अमृतपाल को अवैध रूप से पुलिस हिरासत में रखे जाने की आशंका जताते हुए बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर कर वारंट अफसर नियुक्त करने की मांग की है। हाई कोर्ट ने वारंट अफसर नियुक्त करने की मांग से इन्कार करते हुए सरकार को मंगलवार के लिए नोटिस जारी कर जवाब देने का आदेश दिया है। सुनवाई के दौरान सरकार ने बताया कि अमृतपाल अभी फरार है पुलिस को उसकी कोई जानकारी नहीं है।

Edited By: Narender Sanwariya