5 साल बाद पंजाब के खिलाड़ियों को मिलेगा महाराजा रणजीत सिंह अवॉर्ड, जानें कब तक भेजना है आवेदन?
पंजाब राज्य के खिलाड़ियों के लिए खुशखबरी! पांच साल बाद महाराजा रणजीत सिंह अवॉर्ड फिर से शुरू हो रहा है। पंजाब खेल विभाग द्वारा दिए जाने वाले इस पुरस्कार में चयनित खिलाड़ी को 5 लाख रुपये मिलेंगे। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी 31 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। यह पुरस्कार खिलाड़ियों को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कमल किशोर, जालंधर। पांच वर्ष बाद प्रदेश के खिलाड़ियों को महाराजा रणजीत सिंह अवॉर्ड मिलने जा रहा है। यह पुरस्कार पंजाब खेल विभाग की ओर से दिया जाएगा। इसके अंतर्गत चयनित खिलाड़ी को पांच लाख रुपये दिए जाएंगे। इस संबंध में राज्य सरकार ने खिलाड़ियों से उपलब्धि संबंधित रिकॉर्ड मांगा है।
यदि उक्त खिलाड़ी पुरस्कार को लेकर नियम पूरे करते हैं तो पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकते हैं। विभाग की ओर से खेल विभाग की वेबसाइट पर आवेदन अपलोड है, जिसे खिलाड़ी को चंडीगढ़ सेक्टर स्पोर्ट्स आफिस को भेजना है। 31 जुलाई तक खिलाड़ियों को आवेदन भेजने के लिए कहा गया है।
राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों की उपलब्धियों को देखते हुए यह पुरस्कार दिया जाएगा। पुरस्कार के लिए आवेदन भेजने वाले खिलाड़ियों की मेरिट बनेगी, जिसके आधार पर खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा। खिलाड़ियों को अपनी उपलब्धियां विभाग द्वारा जारी परफार्मा में अंकित करनी होंगी। बताया जा रहा है कि 100 खिलाड़ियों को पुरस्कार दिया जा रहा है। इनमें पांच दिव्यांग खिलाड़ी भी शामिल हैं।
वर्ष 1978 में अवॉर्ड शुरु किया गया था
राज्य सरकार की ओर से खेल अवार्ड 1978 में शुरु किया गया था। जिसमें 21 हजार रुपये की नकद राशि थी। अवार्ड 1996 से वर्ष 2005 तक बंद रहा। कांग्रेस सरकार ने वर्ष 2011 से लेकर 2018 तक कर खिलाड़ियों को अवार्ड वितरित किया था।
उस समय लंबित अवॉर्ड 81 खिलाड़ियों को मिले थे। अब वर्ष 2019 से 2023 तक खिलाड़ियों को अवार्ड दिए जा रहे है। अवार्ड शुरु होने से खिलाड़ी प्रोत्साहित होंगे। कई हाकी ओलिंपियन व अन्य खेलों से जुड़े खिलाड़ी है जिन्हें अवार्ड नहीं मिला।
खेल विभाग 2019 से 2023 तक के खिलाड़ियों को महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड के अंतर्गत पांच लाख रुपये पुरस्कार देने जा रहा है। जुलाई तक खिलाड़ियों को खेल उपलब्धियों की जानकारी देनी होगी। मेरिट के आधार पर ही खिलाड़ियों का चयन होगा। पांच वर्ष बाद खिलाड़ियों को अवार्ड दिया जा रहा है।
- गुरप्रीत सिंह, जिला खेल अधिकारी
अवॉर्ड मिलने से खिलाड़ी प्रोत्साहित होंगे। जालंधर के साथ-साथ पंजाब ने देश को राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय व ओलिंपियन दिए हैं। जालंधर के कई ऐसे खिलाड़ी है जिन्हें अवॉर्ड मिलने की उम्मीद है।
- संजीव कुमार, ओलिंपियन
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