जम्मू से लौट रही नगीना पंसारी की पत्नी, बहू व पोती की सड़क हादसे में मौत, बेटा गंभीर
जालंधर के इमाम नासिर के पास स्थित मशहूर नगीना पंसारी की दुकान के मालिक मधुसूदन अग्रवाल की पत्नी रेनू बहू महक और पोती वृंदा की सड़क हादसे में मौत हो गई ...और पढ़ें

जागरण टीम, जालंधर/होशियारपुर : जालंधर के इमाम नासिर के पास स्थित मशहूर नगीना पंसारी की दुकान के मालिक मधुसूदन अग्रवाल की पत्नी रेनू, बहू महक और पोती वृंदा की सड़क हादसे में मौत हो गई। उनका बेटा कनव अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा होशियारपुर के टांडा के पास उस समय हुआ जब परिवार माता वैष्णो देवी माथा टेककर लौट रहा था। सूचना मिलते ही घर में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रेटर कैलाश में रहने वाले मधुसूदन का पूरा परिवार दो दिन पहले वैष्णो देवी गया था।
सोमवार तड़के लौटते समय टांडा के पास पहुंचे तो गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़कर पलट गई। दुर्घटना में कनव बुरी तरह से घायल हो गया जबकि कनव की पत्नी, बेटी और उसकी मां, तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों को टांडा के सिविल अस्पताल में ले जाया गया। घायल कनव को जालंधर के श्रीमन अस्पताल में रेफर किया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। कनव और उसका परिवार रविवार रात को दर्शन करने के बाद रात को ही घर जाने के लिए निकल पड़ा था। शनिवार को परिवार माथा टेकने के लिए गया था। गाड़ी खुद कनव चला रहा था। लगातार गाड़ी चलाने के कारण कनव थक गया था। रास्ते में उसे झपकी आ गई और गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई। दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि गाड़ी का इंजन तक बिखर गया। कनव ने सीट बेल्ट लगाई थी जिससे उसकी जान बच गई लेकिन बाकी पूरा परिवार ही काल के गाल में समा गया।
होंडा अमेज को काट कर शव को निकालना पड़ा बाहर
दुर्घटना के बाद गाड़ी बेहद बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। गाड़ी में शव फंस गए थे जिनको लोगों ने गाड़ी के कुछ हिस्सों को काट कर बाहर निकाला। गाड़ी की स्पीड भी इतनी ज्यादा थी कि कनव गाड़ी को संभाल नहीं पाया।
पिता का दुख, मना किया था न जाओ...
मधुसूदन अग्रवाल के दो बेटे थे। एक बेटा धनंजय अग्रवाल विदेश में है। उनकी एक बेटी ममता अग्रवाल भी विदेश में है। पत्नी, बहू और पोती की मौत और बेटे के बुरी तरह से घायल होने की खबर सुनने के बाद पिता मधुसूदन अग्रवाल पूरी तरह से टूट चुका था। रोते हुए कहा कि उसने बेटे को मना किया था कि अभी मत जाओ लेकिन परिवार के किसी सदस्य ने बात नहीं मानी। उनका कहना था कि मुंह से निकाला हुआ है और अब तो जाना ही है।
धार्मिक विचारों वाला परिवार था
मधुसूदन के रिश्तेदार भी उसके साथ दुख साझा करने के लिए पहुंचे। हादसे से सभी की आंख नम थी। रिश्तेदारों ने बताया कि पूरा परिवार ही धार्मिक प्रवृति वाला था। वह इस्कान मंदिर को मानते थे। वहां पर होने वाले हर कार्यक्रम में हिस्सा भी लेते थे। धनंजय और बेटी ममता अग्रवाल के जालंधर आने पर बुधवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।
घायल को अभी नहीं बताया कि पत्नी, मां और बेटी की हो चुकी है मौत
श्रीमन अस्पताल के डाक्टर आरआर सग्गड़ ने बताया कि घायल हुए कनव की बाईं बाजू, बाईं कलाई, बायां टखना फ्रैक्चर हुए हैं। कनव को बीच बीच में होश में आता है और थोड़ी बहुत बात करता है। उन्होंने बताया कि फिलहाल वह खतरे से बाहर है, लेकिन 48 घंटे बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

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