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    रूस गए जालंधर के युवक को ट्रेनिंग के बाद यूक्रेन के खिलाफ लड़ने को बॉर्डर पर भेजा, विरोध करने पर किया जा रहा प्रताड़ित

    Updated: Mon, 10 Nov 2025 11:45 AM (IST)

    जालंधर के हरमिंदर सिंह को रूस में ट्रेनिंग के बाद यूक्रेन बॉर्डर पर लड़ने के लिए भेजा गया। विरोध करने पर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। उनके साथ 25 और युवक फंसे हैं, जिनमें से कुछ लापता हैं। हरमिंदर ने बताया कि उन्हें टूरिस्ट वीजा पर ले जाया गया और धोखे से सेना में भर्ती किया गया। खाने के नाम पर सिर्फ दो ब्रेड दिए जा रहे हैं। उन्होंने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है।

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    यूक्रेन युद्ध में लड़ने को मजबूर भारतीय युवक ने मांगी मदद

    जागरण संवाददाता, जालंधर। रूस गए युवक को ट्रेनिंग देने के बाद बॉर्डर पर यूक्रेन से जारी युद्ध में लड़ने के लिए भेज दिया गया। विरोध करने पर उसे और उसके ग्रुप के सदस्यों का प्रताड़ित किया जा रहा है।

    रूस-यूक्रेन बॉर्डर पर फंसे जालंधर के मोहल्ला गोबिंदगढ़ में रहने वाले हरमिंदर सिंह ने भारत सरकार से वापसी की गुहार लगाई है। उसके साथ पंजाब के अलग-अलग जिलों सहित हरियाणा और हिमाचल के कुल 25 युवकों का एक ग्रुप है, जिनमें से पांच युवक गायब हैं।

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    हरमिंदर सिंह ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उसने पूरी दास्तां बताई है। हरमिंदर सिंह ने बताया कि पांच माह पहले एक एजेंट के माध्यम से वह टूरिस्ट वीजा पर रूस गया था। उसे कहा गया था कि उसको एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में नौकरी के साथ पीआर (स्थायी नागरिकता) भी मिल जाएगी। करीब दो माह बाद उसे बताया गया कि रूस की सेना के ट्रेनिंग सेंटर में निर्माण का काम है, जिसमें काम करने के लिए उन लोगों से जबरन एक साल का करार कर हस्ताक्षर करवा लिए।

    बाद में उसे ट्रेनिंग देने का काम शुरू किया गया। इसके बारे में कहा गया कि सेल्फ डिफेंस के लिए उसे यह ट्रेनिंग दी जा रही है। करीब 20 दिन की ट्रेनिंग के बाद ही उसके ग्रुप को मोर्चे पर लड़ने के लिए भेज दिया गया, जहां भीषण गोलीबारी हो रही थी। विरोध करने पर उनको एक जगह पर रखा गया है, जहां उसे प्रताड़ित किया जा रहा है।

    खाने के नाम पर रोजाना दो ब्रेड के पीस दे रहे

    वीडियो में हरमिंदर सिंह बता रहा है कि खाने के नाम पर सिर्फ रोजाना दो ब्रेड के पीस देते हैं। जिस जगह पर उन लोगों को रखा गया है, वहां ड्रोन गिरते हैं, जिनसे उनकी जान को खतरा है। इन लोगों ने अपने स्तर पर इंडियन एंबेसी और रशियन एंबेसी से भी संपर्क किया है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। इनके पासपोर्ट और कागजात भी रख लिए हैं।

    जालंधर में रहने वाले हरिमंदर सिंह के दोस्त ने बताया कि हरमिंदर के माता-पिता की मौत हो चुकी है। एक छोटा भाई है और बहन की शादी हो चुकी है। हरमिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से गुहार लगाई है कि उन लोगों को यहां से निकालकर वापस भारत लाया जाए। खतरे की आशंका के चलते हरमिंदर सिंह उसको विदेश भेजने वाले एजेंट का नाम भी नहीं बता रहा है।