52 किलोमीटर लंबा साइकिल ट्रैक बनेगा, ट्रैफिक पुलिस फाइनल करेगी रूट
स्मार्ट सिटी कंपनी के तहत शहर में प्रस्तावित 52 किलोमीटर लंबे साइकिल ट्रैक का रूट पुलिस के सर्वे के बाद फाइनल होगा।
जागरण संववाददाता, जालंधर :
स्मार्ट सिटी कंपनी के तहत शहर में प्रस्तावित 52 किलोमीटर लंबे साइकिल ट्रैक का रूट पुलिस के सर्वे के बाद फाइनल होगा। स्मार्ट सिटी कंपनी ने अपना रूट प्लान तय कर लिया है लेकिन इस रूट पर जहां-जहां ट्रैफिक समस्या खड़ी हो सकती है, कब्जों के कारण मुश्किल है और सड़क की चौड़ाई कम है, वहां पर ट्रैफिक पुलिस की सलाह से काम होगा। नगर निगम कमिश्नर एवं स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ करनेश शर्मा ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के कारण साइकिल ट्रैक प्रोजेक्ट पर काम आगे नहीं बढ़ पाया है लेकिन इसके लिए फंड एलोकेट किए जा चुके हैं। अब जो रूट प्लान फाइनल किया गया था उस पर कमिश्नरेट पुलिस के ट्रैफिक विग के साथ ज्वाइंट सर्वे किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सर्वे अगले दिनों में प्लान किया जा रहा है और जल्दी इसे फाइनल कर लिया जाएगा। सीईओ ने कहा कि साइकिल ट्रैक शहर के लिए बेहद अहम है और इसके रूट फाइनल करने से पहले पूरा ग्राउंड वर्क होगा ताकि कहीं कोई कमी ना रह जाए। योजना के मुताबिक शहर की मुख्य सड़कों पर 26 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनाया जा सकता है और अगर ट्रैक सड़क के दोनों तरफ हुआ तो इसकी लंबाई 52 किलोमीटर हो सकती है। चुनाव के कारण लटक गया था काम
चुनाव प्रक्रिया में पुलिस के व्यस्त रहने के कारण काम लंबित था लेकिन अब इसके तेजी आने की उम्मीद है। रूट फाइनल करने के लिए स्मार्ट सिटी टीम के टेक्निकल एडवाइजर और ट्रैफिक पुलिस की टीम सभी रूट का सर्वे करेगी। इसे लेकर ट्रैफिक पुलिस के अफसरों के साथ कई महीने पहले मीटिग हुई थी। उसके बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने के लिए काम शुरू हुआ। यहां भी जरूरी है साइकिल ट्रैक
साइकिल ट्रैक लेदर कांप्लेक्स रोड, इंडस्ट्री एरिया, फोकल प्वाइंट इलाके में भी जरूरी क्योंकि यहां पर कारखानों में रोजाना हजारों श्रमिक साइकिल पर ही आते हैं। यहां पर कई दुर्घटनाएं हो चुकी है। इसके बावजूद अभी भी यह इलाके योजना में शामिल नहीं हैं। कैंट हलके में ड्रेन को अंडरग्राउंड करके करीब 55 फुट चौड़ा साइकिल ट्रैक बनाया जाना है। हालांकि शहर की लाइफ लाइन महावीर मार्ग पर साइकिल ट्रैक नहीं बनेगा क्योंकि यहां पर सड़क की चौड़ाई कम है और ट्रैफिक पहले ही ज्यादा है। इसलिए जरूरी है ट्रैक
चार साल पहले पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने शहरों में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती गिनती और साइकिल सवारों और पैदल चलने वाले के हादसों का शिकार होने पर पंजाब सरकार से जवाब मांगा था। कोर्ट ने पूछा था कि सुरक्षित सफर के लिए साइकिल ट्रैक और फुटपाथ मुहैया करवाने के लिए क्या योजना है। इसके बाद ही पंजाब सरकार ने शहरों में साइकिल ट्रैक और फुटपाथ विकसित करने पर फोकस किया है। इन सड़कों पर ट्रैक बनाने की योजना
- बस स्टैंड से 66 फुट रोड
- माडल टाउन से ज्योति चौक तक
- रेलवे स्टेशन से बीएसएफ चौक-डिफेंस कालोनी-बस स्टैंड
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