'कई और विभागों का आपस में विलय करेगी मान सरकार', हरपाल चीमा बोले- हर साल ढाई करोड़ से अधिक की होगी बचत
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि राज्य सरकार ने प्रशासनिक प्रक्रियाओं को तेज करने, दक्षता बढ़ाने और संसाधनों का बेहतर उपयोग करने के लिए कुछ छोटे और आपस में जुड़े विभागों के विलय की रणनीति बनाई है। पंजाब मंत्रिमंडल ने वित्त विभाग के अंतर्गत कई निदेशालयों के विलय को मंजूरी दी है, जिससे प्रतिवर्ष लगभग 2.64 करोड़ रुपये की बचत होने की उम्मीद है।
हरपाल चीमा ने कई निदेशालयों को विलय की दी मंजूरी। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि वित्त विभाग राज्य सरकार के कुछ छोटे और आपस में जुड़े विभागों के विलय की रणनीति तैयार की है। इस कदम का मुख्य उद्देश्य प्रशासनिक प्रक्रियाओं में तेजी लाना, दक्षता में वृद्धि करना और संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग सुनिश्चित करना है।
पंजाब मंत्रिमंडल के वित्त विभाग के अंतर्गत विभिन्न निदेशालयों के विलय के निर्णय का स्वागत करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इससे प्रशासनिक दक्षता में उल्लेखनीय सुधार होगा और राज्य को महत्वपूर्ण लागत बचत संभव हो सकेगी। उन्होंने बताया कि इस पुनर्गठन से राज्य को प्रतिवर्ष लगभग 2.64 करोड़ रुपये की बचत होने की संभावना है।
कई निदेशालयों के विलय को मंजूरी
विभागों के एकीकरण से न केवल कार्यप्रणाली में सुधार होगा, बल्कि इन विभागों की कार्य क्षमता और प्रभावशीलता भी बढ़ेगी। यह पुनर्गठन एक अधिक चुस्त और वित्तीय रूप से जिम्मेदार प्रशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वित्त मंत्री ने कहा, "आपस में मिलती-जुलती कार्यप्रणाली वाले विभागों को एक साथ लाकर, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार निर्णय लेने और क्रियान्वयन की गति में वृद्धि की आशा कर रही है।
इससे पंजाब के नागरिकों को अधिक प्रभावी जनसेवाएं मिलेंगी।" उल्लेखनीय है कि पंजाब मंत्रिमंडल ने वित्त विभाग के अंतर्गत कई निदेशालयों के विलय को मंजूरी दी है, जिसमें निदेशालय लघु बचत, बैंकिंग, लॉटरी, वित्तीय संसाधन एवं आर्थिक खुफिया, और सार्वजनिक उद्यम विभाग शामिल हैं। इस एकीकरण से शासन व्यवस्था में मजबूती आने की उम्मीद है।
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