संवाद सहयोगी, दातारपुर: आज जब भारत भी टेक्नोलाजी के क्षेत्र में लंबी छलांग लगा रहा हैं। उस समय भी एक गांव के लोग मोबाइल सेवा से वंचित हैं। दातारपुर से दस किलोमीटर दूर मावा ऐसा ही गांव है। यहां पीर बाबा तुगलशाह जी की ऐतिहासिक दरगाह है और हजारों की संख्या में लोग वहां शीश नवाते हैं। इसके बावजूद यहां मोबाइल सेवाएं लगभग नदारद हैं।
घने जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ गांव
गांववासियों ने बताया कि जब उन्हें मोबाइल पर बात करनी होती है, तो वे लगभग एक किमी दूर कंडी नहर के पास जाकर बात करते हैं क्योंकि किसी भी दूरसंचार कंपनी का नेटवर्क गांव में उपलब्ध ही नहीं है। नेटवर्क की सुविधा नहर के पास जाने से ही मिल पाती है।
गांव वालों ने बताया कि यह गांव चारों ओर से घने जंगल और पहाड़ियों से घिरा हुआ है। बहुत अधिक आबादी भी नहीं है, इसीलिए कई सुविधाओं से वंचित हैं। कोरोना के समय में जब स्कूल और कालेज बंद थे और बच्चों को आनलाइन माध्यम से पढ़ाया जाता था, तब यहां के बच्चों की कैसी हालत होती होगी यह सोचने वाली बात है।
गांववासियों ने विधायक से लगाई गुहार
उन्होंने पंजाब सरकार और मुकेरियां विधानसभा क्षेत्र के विधायक जंगी लाल महाजन से गुहार लगाते हुए कहा कि अगर गांव में किसी कंपनी का टावर लग जाए तो वे मोबाइल सेवा लेकर आधुनिक तकनीक के माध्यम से पूरी दुनिया से जुड़ सकते हैं। मुश्किल समय में गांव के लोगों को मोबाइल फोन के जरिए बात करने में राहत मिल सकती है।
समस्या का समाधान के लिए प्रयासरत
महाजन इस संबंध में विधायक महाजन ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को पंजाब सरकार के पास भेज दिया है। इसका स्थाई समाधान निकालने के लिए वे प्रयासरत हैं। आम आदमी पार्टी के विधानसभा क्षेत्र प्रभारी प्रोफेसर जीएस मुल्तानी ने कहा कि उक्त गांव की समस्या उनके संज्ञान में है। बीएसएनएल कंपनी से टावर लगाने की बात हुई है। जल्द ही राज्य सरकार गांव में उक्त कंपनी का टावर लगाने जा रही है।