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    मुकेरियां में बाढ़ के कारण संकट में पशु, कांग्रेस नेता ने बांटा 50 क्विंटल चारा

    Updated: Sat, 30 Aug 2025 03:12 PM (IST)

    मुकेरियां में बाढ़ से प्रभावित गांवों में पशुधन की स्थिति गंभीर है। कांग्रेस नेता अमरजीत सिंह ढाडेकटवाल ने टीम के साथ दौरा किया और जरूरतमंद परिवारों के पशुओं के लिए 50 क्विंटल चारा भेंट किया। उन्होंने कहा कि बाढ़ ने फसलों और पशुधन को भारी नुकसान पहुंचाया है और सरकार से मुआवजे की मांग की। उन्होंने आप सरकार पर वादे पूरे न करने का आरोप लगाया।

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    ढाडेकटवाल ने बाढ़ पीड़ितों के पशुओं के लिए 50 क्विंटल चारा भेंट (फोटो: जागरण)

    संवाद सहयोगी, मुकेरियां। हलका मुकेरियां के दरिया ब्यास के नजदीक बाढ़ प्रभावित गांवों में हालात अभी भी दुखद बने हुए हैं और बाढ़ की मार के कारण पशुधन भी बड़े पैमाने पर प्रभावित हुआ है।

    यहां वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व जिला प्रधान किसान सेल अमरजीत सिंह ढाडेकटवाल ने टीम समेत बाढ़ प्रभावित विभिन्न गांवों का जायजा लिया और गांव महिताबपुर, हलेड़ जनार्धन और मोतला के जरूरतमंद परिवारों के पशुओं के लिए करीब 50 क्विंटल चारा भेंट किया।

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    इस मौके बातचीत करते हुए अमरजीत सिंह ढाडेकटवाल ने कहा कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश और पंजाब में हो रही कई गुना अधिक वर्षा के कारण आई बाढ़ ने हल्का मुकेरियां के गांवों में हजारों एकड़ धान और गन्ने की फसल समेत सब्जियों और पशुओं के चारे को तबाह कर दिया है।

    उन्होंने दुख जताया कि बाढ़ से जहां मानव जीवन प्रभावित हुआ है, वहीं बेज़ुबान पशु भी हरे चारे के लिए तरस रहे हैं।

    2023 में आई बाढ़ के कारण भी फसलें तबाह हो गई थीं, ज़मीनें और मोटरों वाले बोर भी खराब हो गए थे। जिसका राज्य सरकार की ओर से अभी तक उचित मुआवजा नहीं दिया गया।

    किसान वर्ग अभी उस आर्थिक और मानसिक नुकसान से उभरा भी नहीं था कि इस बार बड़े पैमाने पर हो रहे नुकसान ने उन्हें नई चिंता में डाल दिया है।

    उन्होंने आम आदमी पार्टी की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि साल 2023 की बाढ़ के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मुकेरियां हलके के दौरे समय हलका वासियों से वादा किया था कि जल्द ही बाढ़ से संबंधित समस्याओं का स्थायी समाधान कर दिया जाएगा

    ब्यास नदी के धुसी बांध को ऊंचा उठाकर पक्का करने का दावा भी किया था। पर दुर्भाग्यवश मुख्यमंत्री अपना सार्वजनिक ऐलान भी भूल गए और मुकेरियां हल्के के लोगों का ज्वलंत मुद्दा ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।

    जिसका खामियाजा अब इलाके के लोग फिर से बाढ़ के रूप में भुगत रहे हैं। हर दुख-सुख में हलका वासियों के साथ हैं और भविष्य में भी हर तरह की मदद की जाती रहेगी।

    इस मौके पर उनके साथ सतिंदर सिंह खिजरपुर, भूपिंदर सिंह पुराना भंगाला, सरपंच मनजिंदर सिंह महिताबपुर आदि मौजूद थे।