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गरिमा व हार्दिक ने बांटने के लिए तुलसी के पौधे किए तैयार

आज देश में आक्सीजन के लिए लोग परेशान हैं। इसके चलते प्रमुख समाजसेवक मनोज गुप्ता के बच्चों गरिमा गुप्ता और हार्दिक गुप्ता ने तुलसी के पौधे लोगों को बांटने को लिए तैयार किए हैं। यह पौधे घर के पास पड़े खाली प्लाट में तैयार किए।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 04:45 AM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 04:45 AM (IST)
गरिमा व हार्दिक ने बांटने के लिए तुलसी के पौधे किए तैयार
गरिमा व हार्दिक ने बांटने के लिए तुलसी के पौधे किए तैयार

संवाद सहयोगी, होशियारपुर : आज देश में आक्सीजन के लिए लोग परेशान हैं। इसके चलते प्रमुख समाजसेवक मनोज गुप्ता के बच्चों गरिमा गुप्ता और हार्दिक गुप्ता ने तुलसी के पौधे लोगों को बांटने को लिए तैयार किए हैं। यह पौधे घर के पास पड़े खाली प्लाट में तैयार किए। इस संबंधी मनोज गुप्ता ने बताया कि आक्सीजन और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में तुलसी बहुत ही उपयोगी है। तुलसी के पौधे के पास 10-15 मिनट बैठने से शरीर के लिए जरूरी आक्सीजन मिलती है। जो लोग तुलसी का हर रोज सेवन करते हैं वो बहुत ही कम बीमार होते हैं। सनातन धर्म में इसलिए इसकी पूजा की जाती है, क्योंकि यह मानव जाति के लिए बहुत लाभदायक है। उनके बच्चों ने कहा कि यह प्रेरणा माता रितु गुप्ता से मिली है जिन्हें पेड़ पौधों से बहुत प्यार है। उन्होंने कहा, संसार में अगर मानव जाति को सुखी जीवन जीना है तो पेड़ पौधों को बचाना होगा और परिवार में हर सुख-दुख के समय दो-चार पौधे जरूर लगाने होंगे। हार्दिक गुप्ता और गरिमा गुप्ता ने कहा कि यह कार्य वो निरंतर जारी रखेंगे और अलग-अलग प्रकार के पौधे तैयार कर लोगों को निश्शुल्क बांटते रहेंगे।

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प्रकृति का सर्वश्रेष्ठ पेड़ है पीपल : राम चौधरी

संवाद सहयोगी, दातारपुर : पीपल के पेड़ के बारे में कौन नहीं जानता होगा। यग हर जगह उपलब्ध होता है। सड़कों के किनारे, मंदिर या बाग-बगीचों में पीपल का पेड़ हमेशा देखने को मिलता है। देश में असंख्य लोग पीपल के पेड़ की पूजा भी करते हैं। दातारपुर के प्रकृति प्रेमी रामकुमार चौधरी कहते हैं, अधिकांश लोग पीपल के पेड़ के बारे में केवल यही जानते हैं कि इसकी केवल पूजा होती है, लेकिन सच यह है कि इसका औषधीय प्रयोग भी किया जाता है व कई रोगों में लाभ लिया जा सकता है। हर रोज पीपल की पूजा करने वाले राम चौधरी ने बताया, इसकी छाया बहुत ठंडी होती है। यह लगभग 10-20 मीटर ऊंचा होता है। पेड़ अनेक शाखाओं वाला, विशाल और कई वर्षों तक जीवित रहता है। पीपल के पेड़ की जड़ भूमि के अंदर उपजड़ों से युक्त होती है और बहुत दूर तक फैली रहती है।


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