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    CM मान ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा, पीड़ितों के दुख सुनकर बोले- नुकसान का पाई-पाई देगी पंजाब सरकार

    Updated: Mon, 01 Sep 2025 09:03 PM (IST)

    मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब अब तक की सबसे भयावह बाढ़ का सामना कर रहा है। सरकार बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई करेगी। उन्होंने होशियारपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और राहत शिविरों में रह रहे लोगों से मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रभावित लोगों के बचाव के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है।

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    CM मान ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, टांडा (होशियारपुर। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि पंजाब अब तक की सबसे भयावह बाढ़ का सामना कर रहा है। बाढ़ से हुए नुकसान का सरकार पाई-पाई देगी।

    मुख्यमंत्री ने सोमवार को होशियारपुर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने सरकारी हाई स्कूल, मियाणी के राहत शिविर में रह रहे बाढ़ पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनकी दुख-तकलीफों को सुना।

    इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदा से राज्य को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों के बचाव और राहत के लिए युद्ध स्तर पर शुरू किया है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित जिलों में लोगों को संकट से निकालने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों को हुए नुकसान की एक-एक पाई की भरपाई करेगी।

    मुख्यमंत्री ने रड़ा पुल और अन्य स्थानों का दौरा कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर स्थिति का जायजा लिया। कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर भारत सरकार से राज्य के रुके हुए 60,000 करोड़ रुपए के फंड को तत्काल जारी करने की अपील की है। हाल में आई बाढ़ से 1000 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं और लाखों लोगों का जन-जीवन पटरी से उतर गया है।

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    भारी बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण 10 से अधिक जिलों में बाढ़ आई है। स्थिति गंभीर हो रही है और यह और भी चिंताजनक है कि आने वाले दिनों में हालात और खराब हो सकते हैं।

    उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लगभग तीन लाख एकड़ कृषि भूमि, मुख्य रूप से धान के खेत, बाढ़ के पानी में डूब गए हैं, जिसके कारण फसल कटाई से कुछ हफ्ते पहले ही फसलों का भारी नुकसान हुआ है। पशुओं का भी काफी नुकसान हुआ है, जिससे अपनी आजीविका के लिए डेयरी फार्मिंग और पशुपालन पर निर्भर ग्रामीण क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।

    राहत कार्यों के साथ-साथ मेडिकल टीमों को पानी के नमूने लेने, घरों और गांवों के अंदर और बाहर कीटाणुनाशक छिड़काव, पानी की क्लोरीनेशन, बुखार का सर्वेक्षण, मलेरिया और डेंगू का समय पर पता लगाने के लिए कार्ड टेस्ट, सैनिटरी नैपकिन और मच्छरदानी वितरण जैसे कार्यों के लिए भी आवश्यक आदेश जारी किए जा चुके हैं।

    मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग को गांवों में साफ और पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने के लिए पानी के टैंकरों को तब तक सेवा में लगाया जाए, जब तक जल आपूर्ति योजनाओं के माध्यम से आपूर्ति पूरी तरह बहाल नहीं हो जाती। इसी तरह वाटर टेस्टिंग टीमें सभी गांवों में पानी की गुणवत्ता की जांच करें ताकि किसी भी महामारी के फैलाव से बचा जा सके।

    बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों को पानी के साथ-साथ सूखे राशन की किट, चीनी, चावल, आटा, घी, दूध पाउडर उपलब्ध कराया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित निचले गांवों से पानी निकालने के लिए पंपिंग कार्य पहले ही युद्ध स्तर पर चल रहे हैं। प्रभावित लोगों को राहत शिविरों और मेडिकल शिविरों के माध्यम से और यहां तक कि उनके घरों पर जाकर चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।

    गांवों में मोबाइल मेडिकल यूनिट तैनात की जा रही हैं ताकि लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा सकें। बाढ़ प्रभावित गांवों में डेंगू के लार्वा का पता लगाने के लिए समर्पित एंटी-लार्वा टीमें भी तैनात की जा रही हैं। विशेष टीमें गांवों का दौरा कर लोगों को मलेरिया, डेंगू, दस्त, टाइफाइड और त्वचा संबंधी समस्याओं जैसी बीमारियों को रोकने के उपायों के बारे में जागरूक करने के आदेश दिए गए हैं।

    प्रभावित पशुओं के इलाज और टीकाकरण, पशुओं के कीटाणुनाशन और चारे की व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में पशु चिकित्सा टीमें तैनात की जाएंगी। उन्होंने कहा कि गांवों में व्यापक स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाने के साथ-साथ पानी से होने वाली बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए फॉगिंग टीमें तैनात की जा रही हैं। सैनिटरी और मनरेगा कर्मियों को गांवों की सफाई का काम सौंपा जाएगा।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि नालों और नालियों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाएगा ताकि दुर्गंध को रोकने के साथ-साथ इससे होने वाली बीमारियों के फैलाव को रोका जा सके। उन्होंने भरोसा दिलाया कि संकट की इस घड़ी में लोगों की मदद के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार ऐसी स्थिति से पूरी क्षमता के साथ निपटेगी।

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