पुष्पवर्षा कर श्री करतारपुर साहिब जाने वाले नगर कीर्तन को किया रवाना
नगर कीर्तन के दौरान गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से भेजी गई वातानुकूलित बस को करीब डेढ़ क्विटल सुगंधित फूलों से सजाया गया। ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, टांडा उड़मुड़ : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर साहिब के सहयोग से निरल सेवा संस्थान मुक्तसर द्वारा चालीस मुक्तियों की धरती पर गुरुद्वारा मुक्तसर साहिब से गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब (पाकिस्तान) की ओर जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय स्तर के 13वें महान नगर कीर्तन को बाबा जगतार सिंह जी तरनतारन कार सेवा वालों की व्यवस्थाओं के तहत संचालित गुरुद्वारा छठी पातशाही श्री पल्पुखता साहिब से फूलों की वर्षा और जयकारों के बीच रवाना किया गया। नगर कीर्तन के दौरान गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से भेजी गई वातानुकूलित बस को करीब डेढ़ क्विटल सुगंधित फूलों से सजाया गया। गुरु जी के पांचों प्यारे श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का नेतृत्व कर रहे थे। भक्तों की एक बड़ी सभा ने फूलों की वर्षा की और बोले सो निहाल.., सतनाम-वाहेगुरु.. आदि के जयकारे इस अलौकिक नगर कीर्तन की भव्यता में चार चांद लगा रहे थे। सेवक बाबा सुखा सिंह पल्पूखता, हेड ग्रंथी जगदीप सिंह बुर्ज, जगदीप सिंह सोडी आदि की देखरेख में सबसे पहले सरबत के भले के लिए अरदास की गई। इसके बाद तीस से अधिक कारों के काफिला जिनमे हाथी और आकर्षित श्री करतारपुर साहिब, श्री ननकाना साहिब और श्री दरबार साहिब जी के माडल का नजारा आकर्षण का केंद्र बना। नगर कीर्तन के आगे बैंड बाजे वालों के शब्दों की मीठी धुनें माहौल को खूबसूरत बना रही थीं। उनके साथ गतका पार्टी के युवा खालसा विरासत की झलक दिखा रहे थे। आयोजकों ने बताया कि गुरुद्वारा गुप्तसर (मुक्तसर) से 28 फरवरी को चले इस नगर कीर्तन में शामिल संगतों ने पहली रात गुरुद्वारा गुदावरीसर (फरीदकोट) में दूसरी रात गुरुद्वारा जामनी साहिब (फिरोजपुर), तीसरी रात गुरुद्वारा बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी (कपूरथला), चौथी रात गुरुद्वारा गंगसर साहिब करतारपुर (जालंधर) और पांचवीं रात गुरुद्वारा पल्पूखता साहिब (होशियारपुर) में विश्राम किया। नगर कीर्तन में भाग लेने वाली संगत सात जिलों से होते हुए ब्यास दरिया के पुल को पार कर श्री हरगोबिदपुर, हरचोवाल, गुरदासपुर से होते हुए डेरा बाबा नानक में गुरुद्वारा श्री चोला साहिब में रात्रि विश्राम के लिए ठहरेंगी। इसके अगले दिन पाकिस्तान के गुरुद्वारे श्री करतारपुर साहिब के लिए आगे बढ़ेंगी। ये नगर कीर्तन पिछले दो साल से दुनियाभर में फैली कोरोना महामारी की समस्या के चलते आयोजित नहीं किए गए थे। जिसके चलते इस बार संगतों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। नगर कीर्तन के साथ ही संगतों से 430 श्रद्धालु भारत से पाकिस्तान जाएंगे और पहले पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करेंगे। गुरुद्वारा पल्पुखता साहिब में नगर कीर्तन में शामिल श्रद्धालुओं के लिए चाय, फल, मिठाई और लंगर की व्यवस्था की गई थी। इस मौके पर भाई निर्मल सिंह, निरंजन सिंह फिरोजपुर, सुबेग सिंह भट्टी, जत्थेदार दविदर सिंह, महल सिंह, हरभजन सिंह, प्रीतम सिंह घोडे़वाहा, प्रिसिपल मान सिंह मियानी, बलजीत सिंह मुल्तानी पंच मियानी, गुरजीत सिंह डिम्पा, हरबंस सिंह चौहान, सतवंत सिंह भोला, सुखा सिंह, अशप्रीत सिंह फिरोजपुर, दर्शन सिंह, बलदेव सिंह, कश्मीर सिंह, जस्सा सिंह, गुरलाल सिंह, हजारा सिंह, बागीचा सिंह, कुलवंत सिंह बंटी, जसपाल सिंह आदि मौजूद थे।

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