जल प्रदूषण के अभिशाप का जनक इंसान
संवाद सहयोगी, तलवाड़ा जल प्रदूषण दुनिया के लिए एक ऐसा अभिशाप है जिसे व्यक्ति ने खुद पैदा किया है। य
संवाद सहयोगी, तलवाड़ा
जल प्रदूषण दुनिया के लिए एक ऐसा अभिशाप है जिसे व्यक्ति ने खुद पैदा किया है। यह बात एसडी सर्वहितकारी विद्या मंदिर तलवाड़ा में वीरवार को आयोजित सेमिनार के दौरान बीबीएमबी की इंजीनियर मनवीन चौधरी ने कही। स्टेट बैंक आ़फ इंडिया के सौजन्य से स्कूल की इको क्लब की ओर से आयोजित सेमिनार में उन्होंने जल प्रबंधन विषय के अंतर्गत विद्यार्थियों को संबोधित किया। मनवीन ने कहा कि पूरी दुनिया में 14000 लोग प्रतिदिन जल प्रदूषण से मर रहें हैं जिसमे 580 लोग भारत के हैं उन्होंने कहा कि धरती पर 2.4 प्रतिशत पानी ही पीने के योग्य बचा है।
स्टेट बैंक तलवाड़ा के चीफ मैनेजर नागेश केलकर ने विद्यार्थियो को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की विश्व में अपनी एक पहचान रही है अगर देश का प्रत्येक नागरिक पर्यावरण को सा़फ सुथरा रखने में जुट जाएं तो आने वाले समय में भारत फिर से विश्व गुरु होगा। श्री नागेश ने सर्वहितकारी तलवाड़ा को बधाई दी।
¨प्रसिपल देश राज शर्मा ने मौजूद दर्शकों से परिचर्चा की, विद्यार्थियों में राघव, जैसमीन, काजल तथा अध्यापकों में पायल भाटिया, अंजू शर्मा, इंदु ठाकुर, रूचि शर्मा ने अपने अनुभव प्रस्तुत किए।
स्कूल के छात्र संसद के पर्यावरण मंत्री छात्र गौरांग ने मेहमानों का धन्यवाद किया। इंजीनियर के के सूद, डा. ध्रुव, रेनू सूद, ¨प्र. जे आर सोनी, मातृ भारती से रेणु भी उपस्थित रहे।
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