गुरदासपुर में बदला मौसम, बारिश और तूफान से फसलें तबाह; अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज
गुरदासपुर जिले में बारिश और तेज हवाओं से मौसम बदल गया है जिससे तापमान में गिरावट आई है और लोगों को गर्मी से राहत मिली है। हालांकि इस बेमौसम बारिश ने किसानों की धान और गन्ने की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। गन्ना किसान चिंतित हैं कि जंगली जानवर उनकी फसलों को बर्बाद कर देंगे। उन्होंने सरकार से गन्ना मिलों को जल्दी शुरू करने की मांग की है।

जागरण टीम, काहनूवान (गुरदासपुर)। गुरदासपुर जिले में रविवार सुबह वर्षा और तेज हवाएं चलने से मौसम ने करवट बदल ली है। जिस कारण पारा भी नीचे लुढ़क गया है। शनिवार को यहां अधिकतम 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, वहीं बारिश होने से तीन डिग्री पारा नीचे लुढ़कने से रविवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच चुका है। जिससे लोगों ने पिछले कई दिनों से उमस और गर्मी से राहत महसूस की है।
भले ही अब धूप निकल चुकी है, लेकिन ठंडी हवाएं चलने से ठंडक का अहसास किया जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक वर्षा होने की संभावना जताई जा रही है।
उधर तेज आंधी और बारिश के चलते यहां किसानों की पककर कटाई के लिए तैयार हुई धान की फसल जमीन पर बिछ गई है, वहीं गन्ने की फसल भी प्रभावित हुई है। जिससे काश्तकार चिंतित है। गन्ना काश्तकारों को यह चिंता सताने लगी है कि जमीन पर बिछी गन्ने की फसल पर जंगली सूअर और चूहे हमला करके फसल को नष्ट कर देंगे।
किसान रणजीत सिंह धंदल, गुरमुख सिंह रामपुर, अवतार सिंह काला बाला, जतिंदर पाल काहनूवान, हैपी कोटली और रणबीर सिंह कोटली ने बताया कि गन्ना मिल चलने के लिए अभी एक माह का और समय लगेगा। उनके खेतों में बिछी हुई गन्ने की फसल पर जंगली सूअर और चूहों का अधिक हमला होगा। पहले ही किसान धान का झाड़ कम निकलने के लेकर परेशान है, वहीं बेमौसमी वर्षा के कारण तबाह होने वाली उनकी गन्ने की फसल को लेकर चिंतित है।
किसानों ने सहकारिता विभाग पंजाब से मांग उठाई है कि शुगर मिल जल्द से जल्द शुरु के के लिए गन्ना मिल मालिको को लामबंद किया जाए ताकि वह अपने गन्ने की फसल समय पर मिलों को बेच सकें।
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