भारत-पाकिस्तान सीमा पर रावी में बढ़ा जलस्तर, BSF जवानों के लिए बढ़ी चुनौती
गुरदासपुर में रावी नदी का जल स्तर बढ़ने से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के लिए चुनौतियाँ बढ़ गई हैं। लगातार बारिश और रणजीत सागर डैम से पानी छोड़े जाने के कारण नदी में बहाव तेज हो गया है। बीएसएफ जवान संवेदनशील क्षेत्रों पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी, कलानौर। सीमावर्ती जिला गुरदासपुर की अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ बहते रावी दरिया में बढ़ रहा जल स्तर बीएसएफ जवानों के लिए चुनौती बना हुआ है। दो दिन से लगातार वर्षा होने के अलावा रणजीत सागर डैम के गेट खोले जाने से दरिया में पानी का बहाव तेज हो गया है।
ज्ञात रहे कि जिला गुरदासपुर में भारत पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ बहते रावी दरिया करीब आठ जगह से भारत में प्रवेश करता है। जिले के तहत
अाते गांव चंदू वडाला, रोसे, मोमनपुर, नंगली, घनिए के बेट, आधीया, ठाकुरपुर, ताश, मकौड़ा पत्तन आदि करीब 20 किलोमीटर के इलाके में विभिन्न जगहों पर संवेदनशील व्वाइंट है। जहां पर बीएसएफ की विभिन्न बटालियनों के जवान पूरी तरह से मुस्तैज है।
भारत पाक सीमा के साथ बहते रावी दरिया का जल स्तर बढ़ने से जहां सीमा पर लगी कंटीली तार डूब गई है वहीं पानी सीमा पर बनाई गई डिवेंस धुस्सी तक पहुंच गया है। धुस्सी बांध के भारतीय क्षेत्र की तरफ कई जगह पर वर्षा का पानी जमा होने से धान और गन्ने की फसलें डूब गई है।
दरिया में जल स्तर बढ़ने से मद्देनजर बीएसएफ के सेक्टर गुरदासपुर के डीआईजी जेके बिरदी ने सीमा पर रावी दरिया के संवेदनशील प्वाइंटों का जायजा लेने के बाद बीएसएफ की महिला व पुरुष जवानों के साथ बातचीत की।
इसके अलावा उन्होंने सीमावर्ती इलाके के लोगों से भी जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि रावी दरिया में जल स्तर बढ़ने के कारण पड़ोसी देश पाकिस्तान में बैठे भारत विरोधी तत्व अपनी गतिविधियां तेज करने की फिराक में रहते है।
सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवान पुरी तरह से मुस्तैद है और आम लोगों व किसानों को बचाने के लिए जुटे हुए है। बीएसएफ के जवान जिला प्रशासन के सहयोग से बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए वचनबद्ध है। रावी दरिया में जवान किश्तियों के साथ पुरी तरह से मुस्तैद है।
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