बायो-शौचालय पर लगा चोरी का दाग, हसंली पुल से तीन शौचालय गायब
स्वच्छ भारत मुहिम के तहत पहले चरण में 10 बायो-शौचालय में से तीन शौचालय हंसली पुल से गायब हो गए। ...और पढ़ें

वनय कोछड़, बटाला : स्वच्छ भारत मुहिम के तहत पहले चरण में 10 बायो-शौचालय में से तीन शौचालय हंसली पुल से गायब हो गए। लोगों का कहना है कि ये शौचालय किसी ने चोरी कर लिए हैं। हालांकि नगर-कौंसिल के ईओ अरमिदर सिंह का कहना है कि मामला उनके ध्यान में नही है। फिर भी वह इस बारे पता करवा लेंगे। बटाला शहर में 26 लाख रुपये की लागत से 40 बायो-शौचालय शहर की विभिन्न जगहों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत लगाए जाने थे। लेकिन उससे पहले इस प्रोजेक्ट को लेकर नगर-कौंसिल पर कई सवाल खड़े हो गए। वैसे भी जिन जगह पर बायो-शौचालय लगाए गए हैं। वहां पर अधिकतर बायो-शौचालय के बाहर ताला जड़ा है। इनमें दो शौचालय का केवल चुनाव के दौरान इस्तेमाल किया गया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस स्कीम का उन्हें कोई फायदा नहीं मिला। शहर में नगर-कौंसिल ने सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय का कोई प्रबंध नहीं किया।
पिछले दिनों बायो-शौचालय बस स्टैंड तथा हंसली पुल पर लगाए गए। उन्हें लगा कि अब उनकी सबसे बड़ी दिक्कत दूर हो गई। लेकिन इन शौचालय को डेढ़-माह से ऊपर समय बीत
चुका है। लेकिन बाहर से जड़े ताला को अब तक नहीं खोला गया। शौचायल की समस्या वर्तमान में भी बरकरार है।
हंसली पुल के पास दुकानदारों ने कहा कि
दो माह पहले नगर-कौंसिल ने 5 बायो-शौचालय रखवाए। उन्होंने दावा किया कि स्थानीय दुकानदार इनका प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन बड़ी हैरानी की बात है कि बाहर से ताले जड़ दिए गए हैं। कुछ दिन के बाद वे इकट्ठा होकर नगर-कौंसिल के ईओ से मुलाकात की। उन्हें लिखित में दिया कि इन शौचालय के बाहर लगा ताला जल्द से खोल दिया जाए। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उल्टा अब जहां से दो बायो-शौचालय गायब हो गए। नगर कौसिल पर सवाल उठे
1. अगर वाकई बायो-शौचालय वहां से किसी ने चोरी कर लिए तो थाना में शिकायत क्यों नहीं की गई।
2. ईओ अरमिदर सिंह को नहीं पता वाकई जहां से बायो-शौचालय कोई उठा कर ले गया।
3. मई अंत तक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की डैडलाइन थी, लेकिन अब तक इसे पूरा नहीं किया गया।
4. इस प्रोजेक्ट को लेकर अभी भी हफ्ता तक शुरू करने का
अल्टीमेटम दे रहे हैं। ऐसा क्यो? पड़े-पड़े हो रहे खराब
शहर के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों में 40 बायो-शौचालय लगने हैं। केंद्र की तरफ से उसका सारा सामान पहुंचा दिया गया। गर्मी तथा उसका रख-रखाव सही नही होने के कारण वे बायो-शौचालय खराब होने लग पड़े है। अगर जल्द से जल्द इस प्रोजेक्ट को शुरु नही किया तो नगर-कौंसिल को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। जानकार बतातें है कि बायो-शौचालय का प्रतिदिन सफाई करना बहुत अनिवार्य है। पहले बहाना था आचार संहिता लगी है
इस प्रोजैक्ट को लेकर पहले नगर-कौंसिल के अधिकारी आचार संहिता का बहाना लगाते थे। उनका बहाना था कि आम चुनाव में उनके अधिकारियों तथा कर्मचारियों की ड्यूटियां चुनाव में लगी हैं। इसलिए प्रोजेक्ट को चुनाव समाप्त होने के बाद शुरू कर दिया जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। चंडीगढ़ में व्यस्त हूं : ईओ
नगर-कौंसिल के ईओ अरमिदर सिंह ने कहा कि वे विभाग के काम से चंडीगढ़ मीटिग में व्यस्त है। अगले हफ्ते से बायो-शौचालय के प्रोजक्ट पर काम शुरू हो जाएगा। बायो-शौचालय के गायब होने बारे बोले कि मामले बाबत पता करवा लेंगे।

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