पंजाब में धान खरीद के लिए 1822 केंद्र स्थापित, खाद्य मंत्री ने किया 24 घंटे में भुगतान का वादा; बाढ़ के बावजूद 172 लाख टन का लक्ष्य
पंजाब के खाद्य मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने कहा कि राज्य सरकार ने धान खरीद के लिए 1822 केंद्र स्थापित किए हैं। 16 सितंबर से मंडियों में धान की खरीद सुचारू रूप से चल रही है। सरकार ने केंद्रीय पूल में पंजाब को 172 लाख मीट्रिक टन धान का लक्ष्य दिया है। बाढ़ के बावजूद पंजाब इस लक्ष्य को पूरा करेगा।

जागरण संवाददाता, गुरदासपुर। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में सरकार ने धान खरीद के लिए राज्य भर में 1822 खरीद केंद्र स्थापित किए हैं और 16 सितंबर से सभी मंडियों में धान की खरीद सुचारू रूप से चल रही है। यह जानकारी पंजाब के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने शुक्रवार को अनाज मंडी गुरदासपुर में धान खरीद की समीक्षा के दौरान दी।
इस अवसर पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं गुरदासपुर हलका प्रभारी रमन बहल, एडीसी डॉ. हरजिंदर सिंह बेदी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कटारूचक्क ने बताया कि अब तक राज्य भर की मंडियों में 4.21 लाख मीट्रिक टन धान की आवक हो चुकी है, जिसमें से 4 लाख मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है।
राज्य सरकार मंडियों में खरीदे गए धान की लिफ्टिंग भी कर रही है और मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत किसानों को 24 घंटे के भीतर भुगतान सुनिश्चित किया जा रहा है। अब तक किसानों को धान के लिए 721 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने केंद्रीय पूल में पंजाब को 172 लाख मीट्रिक टन धान का लक्ष्य दिया है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि बाढ़ के बावजूद पंजाब राज्य इस लक्ष्य को पूरा कर लेगा। राज्य सरकार को 27 हजार करोड़ रुपये का सीसीएल भी जारी हो चुका है।
उन्होंने कहा कि राज्य की सभी मंडियों में सफाई, बिजली, पेयजल, शौचालय, शेड और बैठने की उचित व्यवस्था की गई है ताकि किसानों, आढ़तियों और मजदूरों का काम सुचारू रूप से चल सके। जिले के बारे में बात करते कटारूचक्क ने कहा कि जिले में 92 खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं और सभी खरीद केंद्रों पर धान की खरीद जारी है।
किसानों की फसल का एक-एक दाना सरकार द्वारा खरीदा जाएगा। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जहां वे खुद पूरे पंजाब की मंडियों में जाकर खरीद व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रहे हैं, वहीं उनके साथी मंत्री, विधायक, चेयरमैन और राज्य सरकार के उच्च अधिकारी भी मंडियों में खरीद व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रहे हैं।
उन्होंने राज्य के किसानों से धान की फसल पूरी तरह पकने पर ही काटने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार ने धान की फसल में नमी की मात्रा 17 प्रतिशत निर्धारित की है, इसलिए सभी किसान मंडियों में केवल सूखा धान ही लाएं। किसानों से धान की पराली बिल्कुल न जलाने की भी अपील की गई।
इस अवसर पर मार्केट कमेटी गुरदासपुर के चेयरमैन भारत भूषण शर्मा, जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नियंत्रक सुखजिंदर सिंह, जिला मंडी अधिकारी जसविंदर सिंह रियाड़ के अलावा खरीद एजेंसियों के अधिकारी और आढ़ती एसोसिएशन के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
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