गुरदासपुर में दीवाली से पहले बटाला में डीजीपी का सख्त रुख, नार्को-आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए नाकों पर सतर्कता
दिवाली पर शांति सुनिश्चित करने के लिए, डीजीपी गौरव यादव ने बटाला में सुरक्षा बैठक की। उन्होंने नाकों पर सतर्कता बढ़ाने और पुलिस बल की तैनाती का जायजा लिया। डीजीपी ने पाकिस्तान द्वारा नार्को-आतंकवाद को बढ़ावा देने की बात कही, जिसे पंजाब पुलिस नाकाम कर रही है। पुलिस ने कई आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है और भारी मात्रा में नशीले पदार्थ जब्त किए हैं। नशा विरोधी अभियान में हजारों गिरफ्तारियां हुई हैं और करोड़ों की संपत्ति जब्त की गई है।

जीआरपी-पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करते डीजीपी गौरव यादव। (फोटो: जागरण)
संवाद सहयोगी, बटाला। दिवाली पर शांतिपूर्ण उत्सव को सुनिश्चित करने के लिए डीजीपी गौरव यादव ने मंगलवार को पुलिस जिला बटाला में सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने सतर्कता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, जिसमें सक्रिय और रणनीतिक नाकों पर विशेष जोर दिया गया। उन्होंने त्योहारी सीजन की तैयारियों और पुलिस बल की तैनाती का विस्तृत जायजा लिया।
डीजीपी ने कहा कि पाकिस्तान पंजाब में नार्को-आतंकवाद को बढ़ावा देकर छद्म युद्ध छेड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों से, पाकिस्तान नार्को-आतंकवाद को बढ़ावा देकर पंजाब में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन पंजाब पुलिस सक्रिय रूप से और सफलतापूर्वक उसके नापाक मंसूबों को नाकाम कर रही है।
पाकिस्तान नशीले पदार्थों और हथियारों की खेप पहुंचाने के लिए ड्रोन और अन्य साधनों का इस्तेमाल कर रहा है। डीजीपी ने कहा की कि पंजाब सरकार द्वारा तैनात ड्रोन-रोधी प्रणालियों का इस हवाई खतरे का मुकाबला करने के लिए प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सितंबर 2024 से अब तक पंजाब पुलिस ने 90 आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ 26 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक, गोला-बारूद, हथगोले और आरडीएक्स बरामद किए गए हैं, जिससे आतंकी नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।
संगठित अपराध के मोर्चे पर, डीजीपी ने उन मामलों की समीक्षा की जिनमें गिरफ्तारियां लंबित हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को फरार आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। उन्होंने संगठित अपराध के पूरे तंत्र को ध्वस्त करने के लिए पेशेवर और वैज्ञानिक जांच की आवश्यकता पर बल दिया।
डीजीपी ने बताया कि आतंकी नेटवर्क या संगठित अपराध से जुड़े 203 विदेशी संचालकों की पहचान की गई है। भारत में उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए उनके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस/ब्लू कार्नर नोटिस जारी करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय में प्रक्रिया शुरू की गई है।
डीजीपी ने चल रहे नशा विरोधी अभियान 'युद्ध नशे के विरुद्ध' की भी समीक्षा की। उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस ने 1 मार्च, 2025 से अब तक 21,707 एफआईआर दर्ज की हैं और 2533 ड्रग सप्लायरों सहित 32,903 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 1446 किलोग्राम हेरोइन, 475 किलोग्राम अफीम, 25 टन चूरा पोस्त , 35 किलोग्राम चरस, 511 किलोग्राम गांजा, 12 किलोग्राम आईसीई, 3.6 किलोग्राम कोकीन, 39.29 लाख नशीली गोलियां/टैबलेट और 13.39 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।
ड्रग तस्करों की 205 करोड़ रुपये की अवैध रूप से अर्जित संपत्ति भी ज़ब्त कर ली गई है। उन्होंने बताया कि पुनर्वास के तहत, पंजाब पुलिस ने 62 हजार लोगों को मुख्यधारा में लाने के लिए नशा मुक्ति केंद्रों या ओओएटी केंद्रों में भेजा है।
डीजीपी ने बताया कि पंजाब के ''सेफ पंजाब'' व्हाट्सएप चैटबोट पोर्टल 9779100200 ने अभूतपूर्व 33 प्रतिशत टिप रूपांतरण दर हासिल की है और लोगों से प्राप्त जानकारी के आधार पर 7285 एफआईआर दर्ज की गई हैं।
उन्होंने लोगों से बिना किसी डर के इस चैटबोट पर नशा तस्करों के बारे में जानकारी साझा करने का आह्वान किया। इस मौके पर एसएसपी सोहेल कासिम मीर, डीआईजी बार्डर रेंज नानक सिंह, डीआईजी एजीटीएफ गुरमीत चौहान आदि मौजूद थे।
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