Lohri In Batala: अब रात को और वर्षा के दौरान भी उड़ाएं लाइट वाली खास पतंग
शहर में लोहड़ी में पतंगबाजी का काफी उत्साह दिखता है। लगभग हर घर की छतों पर युवा और किशोर पतंगबाजी करते दिखते हैं। बकायदा छतों पर डीजे का भी इंतजाम होता है और एक-दूसरे की पतंगें काटने में लोगों को काफी मजा आता है।

बटाला, जागरण संवाददाता : शहर में लोहड़ी में पतंगबाजी का काफी उत्साह दिखता है। लगभग हर घर की छतों पर युवा और किशोर पतंगबाजी करते दिखते हैं। बकायदा छतों पर डीजे का भी इंतजाम होता है और एक-दूसरे की पतंगें काटने में लोगों को काफी मजा आता है। इस बार लोहड़ी पर रंग-बिरंगी लाइटों वाली पतंगों के साथ-साथ अन्य डिजाइनर पतंगों की मांग है। लाइटों वाली पतंग को रात में भी उड़ाया जा सकता है। शहर के एक कारीगर ने तो आठ फुट ऊंची और छह फुट चौड़ी पतंग बनाई है, जिसे स्पेशल डोर के साथ आसमान में चढ़ाया जाएगा।
एक ही कागज से बनी है पतंग
इस पतंग की खासियत यह है कि इसमें इस्तेमाल किए गए कागज में एक ही पीस ही लगाया गया है। जबकि आमतौर पर कागज के कई टुकड़ों का इस्तेमाल किया जाता है। पतंग बनाने वाले कारीगर राजकुमार ने बताया कि वह पिछले कई सालों से पतंग बनाने का काम करता आ रहा है। इस बार उसने एक ही कागज के टुकड़े से पतंग बनाने की सोची थी।
इसी को लेकर राज ने बांस के तीलों के साथ-साथ एक कागज के टुकड़े का इस्तेमाल किया। इसमें किसी प्रकार का कोई जोड़ नहीं है। जिस तरह से इस पतंग की बनावट है उसके लिए कागज के कई टुकड़ों का इस्तेमाल किया जाता है। इसे बनाने में करीब छह दिन लग गए हैं। इसे आसमान में उड़ाने के लिए धागे से बनी स्पेशल डोर का इस्तेमाल किया जाएगा।
बैटरी व लाईट भी लगी है इस पतंग में
वहीं एक कारीगर ने रात के समय उड़ाने के लिए लाइट लगी पतंग बना डाली है। इसकी खासियत है कि इस पतंग को वर्षा में भी उड़ाया जा सकता है। कारीगर ने बताया कि बैटरी के साथ लाइट लगाकर पतंग की नोक पर इंस्टाल किया गया है। इसका भार नोक पर होने के कारण उड़ाते समय कोई समस्या नहीं आती, लेकिन इसके लिए हवा समान्य से थोड़ी ज्यादा चाहिए होती है। लाइट वाली पतंग की मांग भी इस बार काफी है, लेकिन मांग के हिसाब से पतंग दे पाना मुश्किल हो रहा है।
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