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    रावी में पानी घटा, सीमा पर कंटीली तार ठीक करने में जुटे BSF के जवान; सीमा पर बढ़ी चौकसी

    Updated: Sat, 13 Sep 2025 12:39 PM (IST)

    रावी नदी में आई बाढ़ के कारण भारत-पाकिस्तान सीमा पर कंटीली तार और सीमा सुरक्षा बल की चौकियां डूब गईं थीं। बाढ़ का पानी घटने के बाद बीएसएफ के जवान सुरक्षा व्यवस्था को फिर से मजबूत करने में लगे हैं। कंटीली तार को ठीक किया जा रहा है और सीमा चौकियों से गाद निकाली जा रही है। घुसपैठ की आशंका को देखते हुए सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है।

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    रावी दरिया के पानी से ध्वस्त हुई कंटीली तार को लगाते हुए बीएसएफ के जवान

    महिंदर सिंह अर्लीभन्न, डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर)। भारत-पाकिस्तान सीमा के साथ बहने वाला रावी दरिया तबाही मचाने के बाद अब शांत है। पिछले दिनों रावी की बाढ़ में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगी कंटीली तार, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के गेट और बॉर्डर आउटर पोस्ट (बीओपी) डूब गई थीं।

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    कई जगह कंटीली तार को भी नुकसान पहुंचा था। अब पानी घटने के बाद बीएसएफ के जवान सुरक्षा घेरा मजबूत करने के लिए कंटीली तार को ठीक करने में जुटे हैं। बीओपी में भरी गाद निकाली जा रही है। पंजाब की 553 किलोमीटर सीमा पाकिस्तान से सटी है।

    बीएसएफ के गुरदासपुर सेक्टर में 136 किलोमीटर सीमा पाकिस्तान से लगती है। बाढ़ में गुरदासपुर, पठानकोट व अमृतसर के अजनाला क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए थे। सीमा पर लगी कंटीली तार, गेट, निगरानी टावर व बीओपी पोस्टों में पानी भर गया था।

    इसके बाद जवानों को हेलीकॉप्टर व नाव के जरिये सुरक्षित जगह पहुंचाया गया था। जिन स्थानों पर अधिक पानी था, वहां जवानों को ऊंची जगह तैनात कर दिया गया था, ताकि दुश्मन देश कोई नापाक हरकत न कर सके। अब पानी घटने पर जवान फिर पुरानी जगह पहुंच गए हैं।

    डीआइजी जेके बिर्दी ने बताया कि बाढ़ से कई जगह कंटीली तार प्रभावित हुई है। उसे ठीक किया जा रहा है। संवेदनशील स्थानों पर जवान मुस्तैद हैं। पानी कम होने के बावजूद किसी भी घुसपैठ को नाकाम करने के लिए चौकसी जरूरी है। तारों में झाड़ियां, लकड़ी, मरे हुए पशु व जहरीले सांप फंसे हुए हैं। इन्हें हटाया जा रहा है। सड़कों की भी मरम्मत की जा रही है। जिला प्रशासन से सीमा पर सफाई के काम में सहायता के लिए मनरेगा मजदूरों को लगाने की मांग की गई है।

    20 स्थानों पर रावी दरिया पाकिस्तान में प्रवेश करता है। डेरा बाबा नानक के पास लगभग 15 किलोमीटर क्षेत्र ऐसा है, जहां रावी दरिया कई बार पाकिस्तान से होकर भारतीय सीमा में आता है। पाक तस्कर रावी में पानी बढ़ने के इंतजार में रहते हैं। गत वर्ष बाढ़ के दौरान पाक तस्करों ने जलकुंभी में फुटबाल के ब्लैडरों में भरकर 50 किलो हेरोइन भेजी थी, जिसे पकड़ लिया गया था।

    रावी के उफान के कारण कई स्थानों पर कंटीली तार टूट गई थी। घुसपैठ की आशंका को देखते हुए जवानों ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। टूटी कंटीली तार ठीक की जा रही है और निगरानी पोस्टों में भरी गाद निकाली जा रही है। फिलहाल बीएसएफ ने चौकसी बढ़ा दी है और हर पल पैनी नजर रखी जा रही है।