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    गुरदासपुर में रावी नदी के पास डिफेंस धुस्सी बांध में दरार आने से जलमग्न हुए आस-पास के गांव, BSF की निगरानी में मरम्मत शुरू

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 04:29 PM (IST)

    भारत-पाकिस्तान सीमा पर रावी नदी के पास बने डिफेंस धुस्सी बांध में दरार आ गई थी जिसके बाद बीएसएफ की निगरानी में मरम्मत का काम शुरू किया गया है। डेरा बाबा नानक के पास स्थित इस बांध के टूटने से आसपास के गांवों में पानी भर गया था। सुरक्षा कारणों से सीमा पर काम करने वाले मजदूरों की जांच की जा रही है।

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    बीएसएफ की सुरक्षा के बीच बांधा जा रहा धुस्सी बांध (फोटो: जागरण)

    महिंदर सिंह अर्लीभन्न, कलानौर। भारत और पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ बहने वाले रावी दरिया के तेज़ बहाव वाले पानी के कारण गत दिनों डेरा बाबा नानक के पास से टूटा डिफेंस धुस्सी बांध सीमा सुरक्षा बल के जवानों की निगरानी और संगीन साए में बांधा जा रहा है।

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    गौरतलब है कि जिस जगह धुस्सी बांध टूटा है, वहां से पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब लगभग चार किलोमीटर की दूरी पर है और भारत और पाकिस्तान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा कुछ ही मीटर की दूरी पर स्थित है।

    उल्लेखनीय है कि 26 अगस्त की रात को श्री करतारपुर पेसेंजर टर्मिनल पर बने दर्शन स्थल और बीएसएफ की बीओपी साधांवाली के बीच गांव पखोके टाहली साहिब के क्षेत्र में बने डिफेंस बांध में करीब 200 मीटर की दरार आ गई थी। जिसके चलते साथ लगते गांव पखोके टाहली साहिब, हरवाल, साधांवाली आदि में रावी दरिया का पानी छह से सात फुट तक खड़ा हो गया था।

    जिससे लोगों के घर जलमग्न हो गए थे। बांध के टूटने से साथ लगते खेतों में पांच फीट तक पानी भर गया था और किसानों के खेतों में पांच पांच फीट तक रेत अा गई थी। रावी दरिया का पानी सूखने के बाद ड्रेन विभाग की ओर से भारत और पाकिस्तान की डिफेंस धुस्सी में पड़े बांध को बनाने का काम बीएसएफ के जवानोंकी निगरानी में युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है।

    प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत-पाक सीमा पर बन रहे डिफेंस धुस्सी बांध में काम करने वाले मजदूरों में जेसीबी चालक, ट्रैक्टर ट्राली चालक, मिट्टी की बोरियां भरने वाले और पानी में बोरियां डालने का काम करने वाले लोग शामिल हैं। ड्रेन विभाग के अधिकारियों द्वारा वेरिफिकेशन के बाद ही सीमा पर बांध बनाया जा रहा है।

    भारत-पाक सीमा पर लगी कंटीली तार और जगह-जगह टूट रहे रावी दरिया के पानी के दौरान बीएसएफ सीमा पर चौकसी बढ़ा रही है और बांध बनाने के लिए सीमा पर जाने वाले हर ट्रैक्टर चालक और जेसीबी चालक की जांच की जा रही है और हर व्यक्ति का आधार कार्ड चेक करने के बाद ही उसे सीमा पर बने डिफेंस धुस्सी पर भेजा जा रहा है।

    इसके अलावा बांध बनाने के लिए पैसेंजर टर्मिनल पर डाली जा रही मिट्टी और इसके बाद डिफेंस धुस्सी और ट्रालियों पर ट्रैक्टरों से लोड की जा रही मिट्टी के साथ-साथ बीएसएफ के जवान लोगों की आवाजाही पर पैनी नजर रख रहे हैं।

    इसके अलावा सीमा सुरक्षा के मद्देनजर आम जनता को निर्माणाधीन धुस्सी बांध पर जाने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। केवल वही लोग निर्माणाधीन बांध पर जा सकते हैं जिनके पास जिला प्रशासन और बीएसएफ अधिकारियों की अनुमति है।

    इस संबंध में जब ड्रेनेज विभाग के एक्सियन दिलप्रीत सिंह से निर्माणाधीन बांध की जानकारी लेने के लिए बात की तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। जब ड्रेनेज विभाग के चीफ महिदी रत्ता से बात की तो उन्होंने कहा कि आपको निर्माणाधीन बांध के बारे में तुरंत सूचित कर दिया जाएगा।

    इसके बाद जब ड्रेनेज विभाग के एसए जगदीश राज से बात की तो उन्होंने कहा कि सीमा पर बने धुस्सी बांध के चौड़े और गहरे किनारों को रावी दरिया के पानी से मिट्टी की बोरियों से भरने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है।

    इस संबंध में बीएसएफ के अधिकारियों का कहना है कि वे सीमा पर बन रहे बांध को तैयार करना वाला प्रत्येक कर्मचारी संबंधित विभाग द्वारा वैरीफिकेशन करने के बाद ही काम कर रहा है। बीएसएफ द्वारा आधार कार्ड की भी जांच की जा रही है।