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    गुरदासपुर में 41 फीसदी महिलाएं मोटापे का शिकार, इसकी वजह से हो रहे कई रोग; डॉक्टर ने बताए बचने के उपाय

    By Jagran NewsEdited By: Aysha Sheikh
    Updated: Mon, 03 Jul 2023 02:02 PM (IST)

    Gurdaspur News जिले की 15 से 49 साल की 41 फीसदी महिलाएं मोटापे से पीड़ित हैं। यही नहीं 82.6 फीसदी को हाई रिस्क श्रेणी में रखा गया है। मोटापे की वजह से कई रोग होने की भी आशंका रहती है। हाल के आंकड़े बताते हैं कि ओवरवेट महिलाओं में 60 प्रतिशत से अधिक को कम से कम एक खतरनाक बीमारी होने की आशंका रहती है।

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    गुरदासपुर में 41 फीसदी महिलाएं मोटापे का शिकार, इसकी वजह से हो रहे कई रोग

     गुरदासपुर, गगनदीप सिंह बावा। ओबेसिटी को मोटापा भी कहा जाता है। आजकल यह बीमारी बहुत ज्यादा बढ़ गई है या यूं कह लें कि यह बीमारी आजकल बहुत गंभीर बीमारी बन गई है। इस बीमारी की कोई उम्र नहीं होती है। यह किसी भी उम्र में हो जाती है। आजकल बच्चों से लेकर बूढ़े जवान सब लोगों में यह बीमारी देखी जाती है। जब किसी इंसान के शरीर में अधिक वसा जमा होने लगती है और उसकी सेहत पर इस वसा की वजह से नकारात्मक असर पड़ता है तो उसे ओबेसिटी या मोटापा कहा जाता है।

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    गुरदासपुर में 41 फीसदी महिलाएं मोटापे से पीड़ित

    जिले की 15 से 49 साल की 41 फीसदी महिलाएं मोटापे से पीड़ित हैं। यही नहीं, 82.6 फीसदी को हाई रिस्क श्रेणी में रखा गया है। ओवरवेट महिलाओं में 60 प्रतिशत से अधिक को कम से कम एक खतरनाक बीमारी होने की आशंका है। 20 प्रतिशत से अधिक ओवरवेट महिलाओं को दो या उससे ज्यादा बीमारियां होने का खतरा है।

    मोटापे की वजह से होने वाले रोग

    मोटापे की वजह से कई अन्य रोग होने की भी आशंका रहती है। जैसे, मधुमेह या डायबिटीज, हृदय रोग, सोते समय सांस लेने में दिक्कत, कई प्रकार के कैंसर, ऑस्टियो आर्थराइटिस, हाइपरटेंशन, मनोवैज्ञानिक समस्याएं, आत्मविश्वास में कमी, मानसिक अवसाद, अन्य हार्मोनल असंतुलन, बांझपन, त्वचा व बालों की समस्या, ऑस्टियोपोरोसिस आदि।

    हाल के आंकड़े बताते हैं कि ओवरवेट महिलाओं में 60 प्रतिशत से अधिक को कम से कम एक खतरनाक बीमारी होने की आशंका रहती है। इनमें हृदय रोग, उच्च रक्त चाप, बढ़ा हुआ ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल या फिर बढ़ा हुआ इंसुलिन स्तर आदि प्रमुख हैं। 20 प्रतिशत से अधिक महिलाओं को इनमें से दो या उससे ज्यादा बीमारियां होने का खतरा है।

    मोटापे का कारण

    डा. नरेश शर्मा का कहना है कि जिस मात्रा में भोजन के रूप में कैलोरी ली जाती है, उस अनुपात में कैलोरी का खर्च न होना मोटापे का अहम कारण है। इसके अलावा, शारीरिक कामकाज और व्यायाम न करना, अत्यधिक फास्ट फूड का सेवन, अधिक वसायुक्त आहार लेना, स्थिर जीवन शैली, असंतुलित व्यवहार और मानसिक तनाव, जिसकी वजह से ज्यादा भोजन करना, बचपन के मोटापे को गंभीरता से नहीं लेना आदि भी इसके कारण होते हैं।

    मोटापा कम करने के उपाय

    डा. नरेश शर्मा ने बताया कि मोटापा कम करने के लिए तली-भुनी चीजें कम खाएं, ज्यादा से ज्यादा फल और हरी सब्जी खाएं, रेशायुक्त खाद्य पदार्थ जैसे साबुत अनाज, दलिया, फल, चना और अंकुरित चना, चोकर युक्त आटा आदि खाएं और नियमित रूप से व्यायाम करें। इसके अलावा, ज्यादा उपवास से बचें, ताकि शरीर को नुकसान न हो, शारीरिक क्षमता को संतुलित रखने के लिए विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ का सेवन करें, एक ही बार में ज्यादा खाने के बजाय थोड़ी देर के अंतराल पर थोड़ा-थोड़ा खाने की आदत डालें और भोजन में चीनी, वसायुक्त खाद्य पदार्थ आदि कम लेना शुरू कर दें।