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    राज्यपाल पुरोहित ने किया सीमावर्ती इलाके का दौरा, कहा- पाकिस्तान में नहीं है भारत से लड़ने की औकात

    By Jagran NewsEdited By: Nidhi Vinodiya
    Updated: Wed, 07 Jun 2023 05:36 PM (IST)

    सीमावर्ती इलाके की सुरक्षा को मजबूत करने सीमा पार से घुसपैठ और नशीले पदार्थों की तस्करी से पैदा चुनौतियों की समीक्षा करने के लिए पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने बुधवार को ब्लॉक डेरा बाबा नानक के सीमावर्ती गांव धर्मकोट रंधावा का दौरा किया।

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    राज्यपाल पुरोहित ने किया सीमावर्ती इलाके का दौरा, कहा- पाकिस्तान में नहीं है भारत से लड़ने की औकात

    डेरा बाबा नानक, संवाद सहयोगी : सीमावर्ती इलाके की सुरक्षा को मजबूत करने, सीमा पार से घुसपैठ और नशीले पदार्थों की तस्करी से पैदा चुनौतियों की समीक्षा करने के लिए पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने बुधवार को ब्लॉक डेरा बाबा नानक के सीमावर्ती गांव धर्मकोट रंधावा का दौरा किया।

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    सुरक्षा अधिकारियों से की चर्चा 

    इस दौरे का उद्देश्य मौजूदा सुरक्षा उपायों का आकलन करना, उभरते खतरे के परिदृश्य को समझना और सीमावर्ती गांवों में रहने वाले लोगों का मनोबल बढ़ाना रहा। इस मौके पर पंजाब के मुख्य सचिव वीके जंजुआ, डीजीपी गौरव यादव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

    राज्यपाल ने मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी के लिए सुरक्षा कर्मियों, स्थानीय अधिकारियों व सीमावर्ती गांव के पंच-सरपंचों, विलेज डिफेंस कमेटियों के प्रतिनिधियों व गणमान्यों के साथ व्याप्क चर्चा की।

    पाकिस्तान जंग लड़ने में सक्षम नहीं 

    इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि सीमावर्ती इलाके की मुख्य समस्या पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के माध्यम से नशा भेजना है। पाकिस्तान सीधे तौर पर भारत के साथ जंग लड़ने में सक्षम नहीं है, जिसके चलते वह भारतीय युवाओं को नशे का आदी बनाना चाहता है।

    पाकिस्तान की ऐसी हरकतों को सफल नहीं होने दिया जाएगा। पाकिस्तान की इन्हीं हरकतों के कारण भारत को कई बार सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कड़े कदम उठाने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की हरकतों को असफल करने के लिए सीमावर्ती गांवों में विलेज डिफेंस कमेटियों का गठन किया गया है।

    ड्रोन के माध्यम से भेजते हैं नशा- बर्दाश्त नहीं 

    उन्होंने सीमावर्ती गांवों के पंचों-सरपंचों की आबाद कैंप के दौरान समस्याएं भी जानीं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सीमा पार से ड्रोन व अन्य माध्यमों से भारतीय क्षेत्र में नशा व हथियार भेजने की हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और पंजाब की जवानी को तबाह नहीं होने दिया जाएगा।

    राज्यपाल ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के बहादुर लोगों ने हमेशा दुश्मन के नापाक इरादों को नाकाम किया है। देश की सुरक्षा में योगदान डालना भी देश सेवा व देशभक्ति है। सीमावर्ती क्षेत्र के लोग इस सेवा को बखूबी निभा रहे हैं।

    उन्होंने लोगों को चौकस रहने, सुरक्षा बलों की आंखें व कान बनने की अपील करते आस-पास किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को देने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि विलेज डिफेंस कमेटियां लगातार आपस में बैठकें कर सूचनाओं को साझा करें।

    पंजाब पुलिस में भर्ती हुई शुरू 

    इस मौके पर प्रमुख सचिव जंजुआ ने कहा कि प्रदेश सरकार देश व पंजाब की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है। प्रदेश सरकार की सुरक्षा एजेंसियों की ओर से केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की ओर से हर साल पंजाब पुलिस ने भर्ती शुरू की गई है।

    विभिन्न विभागों में 29 हजार नौकरियां दी गई है। कच्चे मुलाजिमों को लगातार पक्का किया जा रहा है। डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने राज्यपाल का जिले में आने पर धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने सीमावर्ती इलाके के युवाओं को खेलों से जोड़ने के प्रयास शुरू कर रखे हैं। जिला प्रशासन ने विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जहां कोई भी नशा तस्करों व असामाजिक तत्वों की जानकारी दे सकता है।