गुरदासपुर में धुंध का कहर, दृश्यता सिर्फ 40 मीटर; अगले दो दिन ऐसे ही रहेंगे हालात
गुरदासपुर और आसपास के इलाकों में घनी धुंध छाई रही, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। दृश्यता 40 मीटर तक सीमित रहने से यातायात बाधित हुआ। मौसम विभाग ने अगले द ...और पढ़ें

आज भी घनी धुंध छाने की संभावना, जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त (फोटो: जागरण)
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर। शहर और आस-पास के इलाकों में मंगलवार को गहरी धुंध छाई रही, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
सुबह के समय घनी धुंध के कारण दृश्यता मात्र 40 मीटर तक सीमित रही, जिससे सड़कों पर वाहनों की गति थम सी गई।
मौसम विभाग ने बुधवार को भी गहरी धुंध छाने की संभावना जताई है, जिससे लोगों को निकट भविष्य में राहत मिलती नहीं दिख रही है।
वहीं बढ़ती ठंड के मद्देनजर डाक्टरों ने भी लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। मंगलवार की सुबह जैसे ही लोगों ने अपने घरों से बाहर कदम रखा, उन्होंने खुद को सफेद चादर में लिपटा हुआ पाया।
आस-पास का नजारा धुंध के घने आवरण के कारण लगभग अदृश्य रहा। मुख्य सड़कों से लेकर गली-कूचों तक, हर जगह धुंध ही धुंध दिखी।
दृश्यता इतनी कम थी कि पैदल चलने वाले लोगों को भी आगे का रास्ता साफ नहीं दिख रहा था। पेड़, इमारतें और सड़क के निशान धुंध में ओझल हो गए, जिससे लोगों को दिशा तय करने में कठिनाई हुई।
धुंध का सबसे गहरा असर यातायात व्यवस्था पर देखा गया। सुबह के व्यस्त समय में वाहन चालकों को अपनी गति काफी कम करनी पड़ी। कई सड़कों पर वाहन लगभग रेंगते हुए चले।
वाहन चालकों ने अपने वाहनों की हेडलाइट्स और फाग लैंप जलाकर आगे का रास्ता तलाशने की कोशिश की। कई स्थानों पर तो वाहन चालक सड़क के किनारे लगी लाइट्स या अन्य वाहनों की रोशनी का सहारा लेकर ही आगे बढ़ पा रहे थे।
सबसे ज्यादा परेशानी सुबह के समय स्कूल जाने वाले बच्चों और दफ्तरों की तरफ जाने वाले मुलाजिमों को हुई।
बसों की गति भी काफी धीमी रही, जिससे यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में सामान्य से कहीं अधिक समय लगा। कई बसों को अपने निर्धारित समय पर स्टाप तक पहुंचने में देरी हुई।
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को भी शहर और आस-पास के इलाकों में गहरी धुंध छाई रह सकती है। हवा में नमी का स्तर बढ़ने और हवा की गति कम होने के कारण धुंध की स्थिति बनी हुई है।
अगले 24 से 48 घंटों तक इस स्थिति के बने रहने की संभावना है। हालांकि, दोपहर के बाद सूर्य के निकलने पर धुंध कुछ कम हो सकती है, लेकिन सुबह और शाम के समय स्थिति गंभीर रहने की आशंका है।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे गैर-जरूरी यात्राओं से बचें और यदि यात्रा करनी ही पड़े तो अत्यधिक सावधानी बरतें। धुंध के दौरान हेडलाइट्स का इस्तेमाल करें, गति सीमा का पालन करें और वाहनों के बीच सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
धुंध और बढ़ती ठंड का स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। शहर के प्रमुख अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में सांस संबंधी समस्याओं के मरीजों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। डाक्टरों के अनुसार, धुंध के कारण हवा में प्रदूषण के कण मिल जाते हैं, जो सांस की बीमारियों को बढ़ावा देते हैं।
डॉक्टरों ने विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की सलाह दी है। उनका कहना है कि इन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, इसलिए उन्हें ठंड और धुंध से विशेष बचाव करना चाहिए।
मंगलवार को शहर का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
यह तापमान सामान्य से कम है और रात के समय ठंड काफी बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में तापमान और गिर सकता है, जिससे ठंड की तीव्रता बढ़ सकती है।

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