पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने से लोगों पर पड़ रहा आर्थिक बोझ : लाडी
कोरोना काल में सुरक्षा की ²ष्टि से लोगों ने दोपहिया वाहनों से यात्रा करना हुआ मुश्किल।

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : कोरोना काल में सुरक्षा की ²ष्टि से लोगों ने दोपहिया वाहनों से यात्रा करना शुरू कर दिया। थोड़ा बहुत आर्थिक बोझ भी सहन किया। लेकिन अब तेल के दामों में हुई बढ़ोतरी का असर आम जनता पर पड़ रहा है। हर वर्ग महंगाई व बेरोजगारी से परेशान है। किसान भी तेल की बढ़ी कीमतों से प्रभावित होगा। एक सप्ताह के अंदर लगातार बढ़ती डीजल व पेट्रोल की कीमतों ने एक और संकट लोगों के सामने खड़ा कर दिया। अभी तक रसोई गैस पर महंगाई परेशान किए थी। अब पेट्रोल और डीजल के दामों ने भी लोगों का कचूमर निकाल कर रख दिया है। उक्त विचार समाज सेवा दल के जिला प्रधान जोगिदर पाल लाडी ने जारी प्रेस बयान में व्यक्त किए।
प्रधान लाडी ने कहा कि लगातार हो रही बढ़ोतरी से मध्यम वर्ग के लिए वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। पिछले चार दिन में पेट्रोल 1.57 पैसे तक महंगा होकर यह अब तक की सबसे अधिक कीमत 92.88 रुपए पर जा पहुंचा है। जबकि डीजल 27 पैसे प्रति लीटर महंगा होकर 84.90 रुपये प्रति लीटर हो गया है। पेट्रोल-डीजल के दाम में लगातार हो रही बढ़ोतरी का सीधा असर ट्रांसपोर्टेशन व यात्रियों पर तो पड़ रहा है, वहीं पेट्रोल के दाम बढ़ने से मध्यम वर्गीय के लिए वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि लोगों का कहना है कि 100 रुपए का पेट्रोल मात्र दो दिन चल रहा है। पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी से यात्री वाहनों के साथ माल भाड़ा बढ़ने से आमजन पर आर्थिक बोझ बढ़ा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि पेट्रोल डीजल के दाम चल कम किए जाएं।
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