डीजे साउंड का कारोबार बुरी तरह प्रभावित
कोरोना महामारी से निपटने के लिए पूरा विश्व बेवस नजर आ रहा है। ...और पढ़ें

आदर्श तुली, राजेश शर्मा, बटाला
कोरोना महामारी से निपटने के लिए पूरा विश्व बेवस नजर आ रहा है। इसका असर कई ऐसे कारोबार पर पड़ा है, जो बुरी तरह से आर्थिक रूप में आर्थिक तबाही की ओर जा रहे हैं। सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाले विवाह शादियों में बजने वाला डीजे का कारोबार बिल्कुल ठप होकर रह गया है।
प्रशासन की ओर से विवाह शादियों के समारोह मे पाबंदी लगाई हुई है। इस कारण अब शादियों का शानो शौकत वाला दौर समाप्त हो चुका है। शादियों में 50 से ज्यादा दोस्त मित्र ,रिश्तेदार एकत्रित नहीं हो सकते। लॉकडाउन के दौरान जो विवाह शादियों में डीजे के लिए जो बुकिग हुई थी, वैसे भी बुकिग लोगों द्वारा कैंसिल करवा दी गई है। लोगों को एडवांस तक वापस करने पड़े। लॉकडॉउन खुलने के पश्चात डीजे साउंड लगाने का एक भी बुकिग ऑर्डर डीजे का कारोबार करने वालों के पास नहीं है। पिछले 6 महीनों से डीजे का कारोबार बिल्कुल बंद होकर रह गया है। डीजे बंद होने से इसके साथ कई कारोबार प्रभावित हुए जिससे बिजली साउंड कारोबार, डांसरों का कारोबार, ढोल बजाने वालों का कारोबार, बैंड बाजा का कारोबार, हलवाई, घोड़ी रथ आदि कारोबार से संबंधित लोग बुरी तरह से आर्थिक रूप में प्रभावित हुए हैं। ये सभी कारोबार प्रभावित होने से इनसे संबंधित हजारों लोग बेरोजगार हो चुके हैं। अब कोई रिक्शा चला रहा है तो कोई मजदूरी कर रहा कोई रेहड़ी पर सब्जी बेच रहा है। डीजे साउंड का कारोबार बंद होकर रह गया : बब्बू ओहरी
डीजे का कारोबार करने वाले कृष्णा डीजे के मालिक बब्बू ओहरी ने बताया लॉकडाउन के दौरान उसके बाद डीजे साउंड तथा उससे संबंधित सभी कारोबार ठप हो गए हैं। 90 प्रतिशत से ज्यादा कारोबार प्रभावित हो चुका है। अब शादियों में डीजे साउंड को महत्व नहीं दिया जा रहा। क्योंकि विवाह शादियों में सरकार की ओर से सिर्फ 50 लोगों के शामिल होने की आज्ञा होने के कारण लोग शोर-शराबे के बिना सादगी वाले शादी समारोह कर रहे हैं। डीजे साउंड के अतिरिक्त इससे संबंधित कई कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।

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