Dera Baba Nanak Bypoll Result: डेरा बाबा नानक सीट पर AAP ने चखा जीत का स्वाद, गुरदीप सिंह ने कांग्रेस को दी शिकस्त
Punjab By Election Result 2025 पंजाब की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के परिणाम आज घोषित हो गए हैं। इस सीट पर भी आम आदमी पार्टी प्रत्याशी गुरदीप सिंह रंधावा ने जीत हासिल की है। यहां से कांग्रेस आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा था। बता दें कि पंजाब की चार विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को चुनाव हुआ था।
डिजिटल डेस्क, गुरदासपुर। Gurdaspur By Election Result: पंजाब की डेरा बाबा नानक सीट से आम आदमी पार्टी को बढ़त मिली है। आप प्रत्याशी गुरदीप सिंह रंधावा को 54436 वोट हासिल हुए हैं।
वहीं कांग्रेस उम्मीदवार जतिंदर कौर रंधावा को 49490 वोट मिले हैं। इस तरह से गुरदीप सिंह जतिंदर से 4946 वोटों से आगे रहे। वहीं, बीजेपी के रविकरण सिंह काहलों को 5936 वोट हासिल हुए हैं।
पंजाब में 20 नवंबर को हुए थे उपचुनाव
पंजाब (Punjab By Election Result 2024) की 4 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को उपुचनाव हुए थे। डेरा बाबा नानक विधानसभा सीट पर मतदान के दौरान तनाव जैसी स्थिति भी देखी गई।
उस दौरान गांव ध्यानपुर में सांसद सुखजिंदर रंधावा के बेटे उदयवीर रंधावा और गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के भाई के बीच तीखी नोंकझोक भी हुई थी। उदयवीर ने गैंगस्टर के भाई पर वोटरों को धमकाने का आरोप लगाया था।
वहीं गैंगस्टर के भाई का कहना था कि वह अपने वर्करों की सपोर्ट करने आए हैं। इसके बाद लोगों ने बीच बचाव करके मामला टाल दिया। इसी तरह गांव डेरा पठाना के पोलिंग बूथ में सुबह नौ बजे कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के वर्करों में हल्की झड़प हो गई। सांसद सुखजिंदर रंधावा मौके पर पहुंचे और आरोप लगाया कि बूथ पर बाहरी लोग देखे गए हैं। हालांकि पुलिस ने मामला शांत करवा दिया।
आप की जीत के मुख्य कारण
- प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार होने का मिला फायदा।
- अकाली दल ने खुल कर दिया समर्थन।
- मुख्यमंत्री व कैबिनेट मंत्रियों ने संभाले रखी चुनाव प्रचार की कमान।
- केजरीवाल द्वारा लोगों से किए गए कई बड़े वादे।
- मसीह वोटरों को अपने हक में करने में रहे सफल।
कांग्रेस की हार के मुख्य कारण
- सांसद सुखजिंदर रंधावा की पत्नी को टिकट मिलने से परिवारवाद का लगा आरोप।
- सांसद रंधावा की ओर से मसीह व अन्य धर्मों के खिलाफ बयानबाजी की पुरानी वीडियो वायरल होना
- पिछले दो सालों में हलके में विकास में आई कमी
- पंजाब सरकार से लोगों की विकास को लेकर आशाएं
- सांसद का लगातार जिला अधिकारियों के साथ चला विवाद
भाजपा की हार के मुख्य कारण
- पार्टी की ओर से चुनाव की पूरी जिम्मेदारी उम्मीदवार पर छोड़ना
- किसी बड़े नेता की ओर से चुनाव प्रचार में भाग न लेना
- उम्मीदवार पर पार्टी बदलने का ठप्पा
- पुराने वर्करों को छोड़ पांच माह पहले पार्टी में आए नेता को टिकट देना
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