Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Guru Nanak's wedding anniversary 2024: आज गुरु नानक देव जी का विवाह पर्व; बटाला में भव्य नगर कीर्तन का हुआ आयोजन

    Updated: Tue, 10 Sep 2024 01:35 PM (IST)

    आज श्री गुरु नानक देव जी और माता सुलखनी जी का विवाह पर्व (Guru Nanaks marriage anniversary) धूमधाम से मनाया जा रहा है। गुरदासपुर जिले के बटाला में विवाह पर्व को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। गुरु नानक देव जी और माता सुलखनी के 537वें विवाह पर्व पर भव्य नगर कीर्तन का भी आयोजन किया गया है जिसमें सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।

    Hero Image
    विवाह पर्व को समर्पित भव्य नगर कीर्तन।

    जागरण संवाददाता, बटाला। श्री गुरु नानक देव जी और माता सुलखनी जी का 537वां विवाह पर्व (Guru Nanak 537th marriage anniversary) आज बटाला में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। सुबह करीब आठ बजे माता सुलखनी जी के मायके घर गुरद्वारा श्री डेरा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब को भोग लगाया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एडवोकेट हरजिंदर सिंह ने पवित्र संदेश को किया याद

    पिछले दो दिन से भीषण गर्मी से बारिश ने मौसम सुहावना बना दिया। बारिश के दौरान श्री पालकी साहिब को तिरपाल से ढक कर नगर कीर्तन अपने पड़ाव की तरफ निकलता रहा।

    इस दौरान एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि जो पवित्र संदेश गुरु साहिब ने दुनिया को दिए, उन्होंने उसको खुद अपने पर भी लागू किया था। सिख धर्म का काम करने, दसवंद निकाल कर खान और फिर अमृत वेले नाम जपने का आदेश भी दिया था।

    यह भी पढ़ें- Guru Nanak Dev Ji Biography: सिखों के पहले गुरु नानक देव, जिन्होंने बदला सामाजिक ताना-बाना

    तेज बारिश में भी कम नहीं हुई श्रद्धालुओं की आस्था

    जिसके बाद एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने श्री पालकी साहिब को सम्मान सहित सिर पर उठा कर भव्य नगर कीर्तन की शुरुआत की। हालांकि, जैसे ही नगर कीर्तन समाध रोड पहुंचा तो तेज बारिश शुरू हो गई। इसके बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था काम नहीं हुई।

    संगत बारिश में भी पालकी साहिब के आगे नतमस्तक होती रही। इस दौरान पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां, विधायक अमन शेर सिंह, पूर्व विधायक सुच्चा सिंह छोटेपुर ने गुरद्वारा श्री कंध साहिब और गुरद्वारा श्री डेरा साहिब पर माथा टेका।

    पूरे शहर में विभिन्न प्रकार के करीब 250 लंगरों का आयोजन किया गया है। नगर कीर्तन देर शाम शहर के विभिन्न इलाकों से होते हुए वॉइस गुरद्वारा श्री डेरा साहिब पर समाप्त होगा।

    यह भी पढ़ें- अकाल तख्त साहिब को स्पष्टीकरण देने वाले पूर्व मंत्रियों की संख्या पहुंची 10, आज परमिंदर-सोहन और बीबी जागीर ने दी सफाई